Breaking News
  • Home
  • उत्तराखण्ड
  • दिल्ली के स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाली दबंग IAS अफसर की छुट्टी, मोदी सरकार ने दिखाया घर का रास्ता

दिल्ली के स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाली दबंग IAS अफसर की छुट्टी, मोदी सरकार ने दिखाया घर का रास्ता

By on September 28, 2023 0 1140 Views

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आईएएस अफसर रिंकू दुग्गा (Rinku Dugga) को अनिवार्य सेवानिवृत्ति (Compulsory Retirement) दे दी है. 54 वर्षीय दुग्गा, अभी अरुणाचल प्रदेश में इंडीजीनस अफेयर्स की प्रिंसिपल सेक्रेटरी थीं. केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अफसर ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा, ‘रिंकू दुग्गा के ट्रैक रिकार्ड को देखते हुए उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है. इससे संबंधित नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है’.

क्यों और कैसे किया जबरन रिटायर?

रिंकू दुग्गा को सेंट्रल सिविल सर्विसेज (पेंशन) 1972 के नियम 56(J) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है. इस नियम के मुताबिक सरकार किसी भी सरकारी कर्मचारी को जनहित में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे सकती है. 56(J) के मुताबिक यदि किसी सरकारी कर्मचारी का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं है, भ्रष्टाचार और काम में अनियमितता के आरोप हैं तो ऐसे कर्मचारी या अधिकारी के काम की हर तीसरे महीने समीक्षा होती है.

रिव्यू के बाद संबंधित कर्मी को नोटिस दिया जाता है और फिर 3 महीने का वेतन-भत्ता देकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति (Compulsory Retirement) दे दी जाती है. IAS रिंकू दुग्गा के केस में भी यही हुआ. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दुग्गा का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं था. केंद्र सरकार ने इसी आधार पर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी.

कौन हैं IAS रिंकू दुग्गा?

रिंकू दुग्गा AGMUT काडर की साल 1994 बैच की आईएएस अफसर हैं और पिछले कुछ वक्त से लगातार सुर्खियों में हैं. पिछले साल रिंकू दुग्गा और उनके IAS पति संजीव खिरवार पर दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में मनमानी का आरोप लगा था. दावा किया गया कि IAS दंपति स्टेडियम में अपना कुत्ता घुमा सकें, इसलिये शाम को 7 बजते ही एथलीट्स और कोच वगैरह को स्टेडियम से निकाल दिया जाता था. खिरवार और दुग्गा के इशारे पर एथलीट्स और कोच को परेशान भी किया जाता था. दंपति, एथलीट्स के लिए बने ट्रैक पर कुत्ता टहलाते थे.

पति को लद्दाख तो पत्नी को भेजा गया था अरुणाचल:

जब यह खबर सामने आई तो केंद्र सरकार ने संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा का फौरन तबादला कर दिया था. खिरवार को लद्दाख भेजा गया था तो रिंकू दुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया गया था. खिरवार भी 1994 बैच के ही अफसर हैं. तब, खिरवार और दुग्गा ने सफाई देते हुए कहा था कि हम स्टेडियम बंद होने के बाद ही वहां जाते थे. कुत्ते को ट्रैक पर नहीं छोड़ते थे. खिलाड़ियों और कोच को परेशान करने की बात पूरी तरह निराधार है.