Breaking News
  • Home
  • देश विदेश
  • मोबाइल का आविष्कार करने वाला ही नहीं करता इस्तेमाल, लोगों को दी जिंदगी जीने की सलाह

मोबाइल का आविष्कार करने वाला ही नहीं करता इस्तेमाल, लोगों को दी जिंदगी जीने की सलाह

By on July 3, 2022 0 137 Views

Usन्यूज़ डेस्क : आज के समय में जिसे देखो, वही मोबाइल फोन में घुसा रहता है. लोग अपने आसपास की लाइफ से ज्यादा मोबाइल में ही आंखें गड़ाए दिखते हैं. इस मोबाइल का अविष्कार करने का श्रेय मार्टिन कूपर को दिया जाता है. उन्होंने 1973 में मोबाइल का अविष्कार किया था. लेकिन अब उन्होंने ही अपने इंटरव्यू में लोगों से इसका इस्तेमाल कम करने की रिक्वेस्ट की है. इस इंटरव्यू ने सभी को स्तब्ध कर दिया. जिस चीज को खुद मार्टिन ने बनाया आखिर वो उसकी का इस्तेमाल कम करने की रिक्वेस्ट क्यों कर रहे हैं?

हाल ही में BBC के साथ मार्टिन एक चैट शो करते नजर आए थे. इसमें इन्वेंटर और इंजीनियर मार्टिन ने बताया कि वो अपने चौबीस घंटे में सिर्फ पांच प्रतिशत समय ही मोबाइल देखने में खर्च करते हैं. मूल रुप से शिकागो के रहने वाले मार्टिन से जब इंटरव्यू में पूछा गया कि वो उन लोगों को क्या कहेंगे जो अपने दिन का ज्यादातर समय मोबाइल में खर्च कर देते हैं? इस पर मार्टिन ने कहा कि वैसे लोगों को अपने मोबाइल को ऑफ कर अपनी जिंदगी थोड़ी सी जी लेनी चाहिए.

अलग मोबाइल नंबर का लाया कांसेप्ट

मोबाइल की दुनिया में 70 का दशक काफी क्रांतिकारी था. उस समय ज्यादातर कार की बैटरी से चलने वाले फोन लगाए ज रहे थे. लेकिन मार्टिन ने ऐसे फोन को मार्केट में उतारा जो पोर्टेबल था. उसे तार की आवश्यकता नहीं थी. इसके अलावा हर किसी को अलग-अलग नंबर अलॉट करने का आइडिया भी उन्हीं का था. इसी के साथ सेल फोन टावर से फोन को चलाने का कांसेप्ट भी मार्टिन ही लाए थे.

10 घंटे में चार्ज होता था पहला फोन

मार्टिन द्वारा बनाया गया पहला मोबाइल फोन अभी के फोन से काफी अलग था. इसकी बैटरी 25 मिनट चलती थी. साथ ही इसे चार्ज करने में दस घंटे का समय लगता था. पहला फोन काफी भारी भी था. इसका वजन एक किलो तेरह ग्राम होता था. इसकी लंबाई दस इंच बड़ी थी. मार्टिन को अब पचास साल बाद ऐसा लगता है कि मोबाइल की वजह से लोग अपनी लाइफ नहीं जी पा रहे हैं. उनका ज्यादातर समय मोबाइल में ही बीत रहा है. उन्होंने लोगों से मोबाइल का इस्तेमाल कम करने और अपने दोस्तों के साथ मिलकर ज्यादा समय बिताने की बात कही.