
टॉर्चर होम बना बाल सुधार गृह ! अधीक्षिका ने मासूम बच्ची को 9 सेकेंड में मारी 6 चप्पल, Viral Video देखकर काँप उठेगा कलेजा…
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा से बर्बरता का मामला सामने आया है। राजकीय बाल सुधार गृह में जिस अफसर को बच्चों की सुरक्षा और सुधार की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसने एक लड़की को बेरहमी से पीटा। महिला अफसर ने बच्ची को 9 सेकेंड में 6 चप्पल मारी। जिस वक्त बच्ची को पीटा गया, उस वक्त वह बेड पर लेटी थी। घटनाक्रम का सीसीटीवी सामने आया है। जिसने भी सीसीटीवी देखा, उसका कलेजा कांप उठा। बता दें कि इसी बाल सुधार गृह में कुछ दिन पहले एक बच्चे ने भी आत्महत्या का प्रयास किया था।
गृह की अधीक्षक पूनम पाल को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पूनम पाल अक्सर विवादों में रहती हैं। प्रयागराज के एक किशोर गृह में भी इसी तरह की घटनाओं में उनका नाम सामने आ चुका है। जिला मजिस्ट्रेट भानु चंद्र गोस्वामी ने जिला परिवीक्षाधीन अधिकारी (प्रोबेशन अफसर) को मामले की जांच करते हुए रिपोर्ट तलब की है।
वीडियो में क्या है?
यह पूरी घटना 4 सितंबर की है, जो अब सामने आई है। एक कमरे में लड़की बिस्तर पर लेटी थी। तभी गुस्से में आई पूनम पाल ने उसे अपनी चप्पलों से पीटा। कमरे में दूसरे बेड पर छह अन्य किशोर बंदी तीन खाटों पर आराम कर रही हैं। पाल को कमरे में घुसते और लड़की को बेरहमी से पीटते, दूसरे बच्चों को डांटते और फिर उनमें से एक को थप्पड़ मारते हुए देखा जाता है। जबकि दूसरी कर्मचारी देखती रहती है। इसी तरह एक अन्य सीसीटीवी में एक सात साल की लड़की, जिसके हाथ और पैर बंधे थे, वह बिस्तर के किनारे लेटी हुई थी। उठने और खुद को मुक्त करने के प्रयास में वह बिस्तर पर फिसलती दिखती है।
अफसरों के दौरे में मिलीं तमाम खामियां
आगरा की मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने कहा कि अधीक्षक पूनम पाल और घटनाओं में शामिल अन्य स्टाफ सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है। जिला मजिस्ट्रेट को सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। बुधवार को आगरा के जिला जज, अपर जिला जज और शेल्टर होम कमेटी के अध्यक्ष ने भी होम का निरीक्षण किया और कई खामियां उजागर कीं। लड़कियों के एक कमरे में बीड़ी और तंबाकू पाया गया। भोजन में भी कई खामियां मिली हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरा
घटनाक्रम पर पश्चिम बंगाल की सत्ता में आसीन तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। सोशल मीडिया पर लिखा कि आगरा के एक सुधार गृह का भयावह सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। यह दंड से मुक्ति के उस माहौल का परिणाम है जो मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ के शासनकाल में फला-फूला है। यह महज संयोग नहीं है कि बीजेपी शासित मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और यूपी में बच्चों के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।