Breaking News
  • Home
  • उत्तराखण्ड
  • धामी के निर्देश पर, भर्ती घोटाले में बड़ा खुलासा, आयोग के भीतर से ही चोरी हुआ था सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर –STF

धामी के निर्देश पर, भर्ती घोटाले में बड़ा खुलासा, आयोग के भीतर से ही चोरी हुआ था सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर –STF

By on August 29, 2022 0 121 Views

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुर्सी संभालते वक़्त ही ये साफ कर दिया था की उत्तराखंड मे भरष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भ्रष्टाचारी चाहे कोई भी हो उस पर नकेल कसी जाएगी क्योंकि उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों की कमर तोड़ेगी और उन्हे सलाखों के पीछे डालेगी। फिलहाल उत्तराखंड मे UKSSS पेपर लीक का मामला गरमरया हुआ है और धाकड़ धामी के निर्देश के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले और सचिवालय रक्षक भर्ती में अब तक एसटीएफ 26 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं. इनमें UKSSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में 25 और सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में एक गिरफ्तारी एसटीएफ के द्वारा की गई है. जिसके बाद इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर चोरी आयोग के भीतर से चोरी हुआ था.

 

सचिवालय रक्षक भर्ती मामले में एसटीएफ की जांच तेज हो गई है. एसटीएफ ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है. वहीं बड़ी बात ये है कि सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर कहीं और से नहीं बल्कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भीतर से चोरी हुआ था. आउटसोर्स कंपनी आरआईएमएस के कर्मचारी प्रदीप पाल ने आयोग के भीतर से परीक्षा का प्रश्नपत्र पेन ड्राइव से चोरी किया था. परीक्षा प्रिंटिंग की आउटसोर्स कंपनी के कर्मचारी आरोपी प्रदीप पाल आयोग के भीतर से पेन ड्राइव में सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर चोरी करके ले गया था और आयोग के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी. जिसके बाद आयोग के बड़े अधिकारियों की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े हो गये हैं. आयोग की पारदर्शिता के बीच कैसे एक कर्मचारी पेन ड्राइव पर परीक्षा का प्रश्नपत्र ले गया? अब एसटीएफ की जांच आगे बढ़ेगी तो इसमें कई बड़े नाम भी उजागर होने की उम्मीद है. क्योंकि एसटीएफ का कहना है कि आने वाले दिनों में कई और बड़ी गिरफ्तारियां होनी तय हैं.

स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा मामले में अभी तक एसटीएफ 25 लोगों की गिरफ्तारियां कर चुकी है. 22 जुलाई को परीक्षा लीक मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद परीक्षा धांधली के तार लगातार जुड़ते जा रहे हैं. इसी कड़ी में प्रिंटिंग प्रेस और परीक्षा की आउटसोर्स कंपनी आरआईएमएस के मालिक को भी एसटीएफ ने अरेस्ट कर दिया है. कंपनी का मालिक आरोपी राजेश ने दो करोड़ रुपयों में पेपर लीक करने की डील की थी. बताते चलें कि टेलीग्राम एप के माध्यम से ये पेपर लीक किया गया था. वहीं आने वाले दिनों में जल्द और बड़ी गिरफ्तारियां भी होने की बात एसटीएफ ने कही है.

उत्तराखंड के धाकड़ धामी ने जांच एजेंसियों को ये साफ निर्देश दिये हैं की दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए उनपर रसूका और गुंडा एक्ट जैसी धारा  लगाई जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा जाए और किसी भी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। सीएम धामी ने ये भी निर्देश दिये हैं की युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत मे बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों द्वारा गलत तरीकेसे की गई अर्जित संपत्ति की भी जांच की जाएगी।