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‘कांग्रेस ने बनाया मेरा फेक वीडियो, धर्म के आधार पर लादे गये आरक्षण को खत्म करेंगे’, बोले अमित शाह
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमने पूर्ण बहुमत का प्रयोग 370 खत्म करने में किया, कोरोना के खिलाफ लड़ने में किया, अंग्रेजों के कानून बदलकर भारतीय पद्धति के कानून लाने और त्रिपल तलाक को खत्म करने में किया. इसके बाद कोर्ट से जनादेश मिलने के बाद राम मंदिर बनाने में भी हमारी सरकार ने भूमिका निभाई.
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ फैलाकर जनता के बीच में भ्रांति फैलाना चाहती है. भारतीय जनता पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण की समर्थक और हमेशा इसके संरक्षण के लिए भूमिका निभाएगी. ये बात नरेंद्र मोदी ने भी कई बार बोला है. एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में किसी दल ने डाटा डाला है, तो वह कांग्रेस पार्टी है.
‘धर्म के आधार पर आरक्षण…‘
अमित शाह ने आगे कहा कि सबसे पहले कांग्रेस ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को रिजर्वेशन दिया, उसकी वजह से ओबीसी का आरक्षण कटा. उसके बाद कर्नाटक में कोई सर्वे किए बिना सारे मुसलमानों को चार प्रतिशत का कोटा रिजर्व कर दिया, इससे भी ओबीसी का आरक्षण कटा है. धर्म के नाम पर आरक्षण संविधान संवत नहीं है, गैर-संवैधानिक है. जब भी इन राज्यों में हमारे पास अधिकार आएगा, हम इस धर्म के आधार पर लादे गए आरक्षण को खत्म करके एससी, एसटी और ओबीसी के आधार पर न्याय दिलाने का काम करेंगे.
राहुल गांधी पर लगाए आरोप
अमित शाह ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनकी हताशा-निराशा इस तर्क पर पहुंच गई है कि उन्होंने मेरा और कुछ बीजेपी नेताओं का फेक वीडियो बनाकर सार्वजनिक तौर पर फॉरवर्ड करने का काम किया है. सौभाग्य से जो मैंने बोला था, उसका रिकॉर्ड भी थी और दूध का दूध, पानी का पानी हो गया. जब से राहुल गांधी कांग्रेस की कमान संभाले हैं, राजनीति का स्तर नीचे ले जाने का काम कर रहे हैं. इसका चरम लोकसभा में चर्चा ना होने देना, राज्यसभा में बहिष्कार करा देना, शोर-शराबे करना और झूठ बोलकर प्रजा में भ्रांति फैलाने के काम उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी कर रही है.
उन्होंने आगे कहा कि मैं मानता हूं कि अब फेक वीडियो प्रसार करके फर्जी जनसमर्थन प्राप्त करने का प्रयास निंदनीय है और भारतीय राजनीति में किसी प्रमुख दल के द्वारा कभी ऐसा नहीं किया गया.