Breaking News
  • Home
  • उत्तराखण्ड
  • धामी का खत और ऋतु खण्डूड़ी का प्रहार, वाकई धाकड़ है “धामी सरकार”…….लगातार हो रहा भ्रष्टाचार पर प्रहार…

धामी का खत और ऋतु खण्डूड़ी का प्रहार, वाकई धाकड़ है “धामी सरकार”…….लगातार हो रहा भ्रष्टाचार पर प्रहार…

By on September 4, 2022 0 106 Views

देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की भरष्टाचार पर नकेल की बात महज़ एक बात ही नहीं है बल्कि धाकड़ धामी भरष्टाचार के खिलाफ अपनी ज़ुबान से निकली एक एक बात को पूरा कर रहे हैं और भर्श्टचारियों पर नकेल कसी जा रही है UKSSSC वाले मामले मे भी सीएम धामी ने साफ कर दिया था की चाहे भरष्टाचारी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा और अब तक UKSSSC वाले मामले मे 33 गिरफ्तारियाँ हो चुकी है और दारोगा भर्ती घोटाले की जांच भी जारी है विधानसभा भर्ती वाले मामले मे भी धाकड़ धामी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अनुरोध किया था की किसी भी सूरत मे आरोपी बचने नहीं चाहिये और अनियमित भर्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाना चाहिए…

सीएम धामी की चिट्ठी के बाद कनाडा से लौटते ही विधानसभा भर्ती घोटाले में स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी ने 2 बड़े फैसलों का ऐलान कर दिया है। स्पीकर ने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेठी के गठन  की घोषणा की है। कमेटी को जांच कर एक महीने में  रिपोर्ट देनी होगी। दूसरे बड़े फैसले के तहत विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को छुट्टी पर भेज दिया गया है लेकिन जांच के लिए जब भी तलब किया जाएगा उन्हें पेश होना पड़ेगा। सिंघल पर समय समय पर अलग अलग तरीके से प्रमोशन पाने और विधानसभा में ही तैनात रहने का आरोप है। ऋतु खण्डूड़ी का कहना है कि विधानसभा में अनियमितताओं को सहन नहीं किया जाएगा.

वहीं विपक्ष के गले ये फैसला भी नहीं उतर रहा है कांग्रेस का कहना है की बड़े नेता इस भरी घोटाले मे शामिल हैं इसलिए ये देखने वाली बात होगी की तीन सदस्यों वाली जांच टीम कितनी निष्पक्षता से जांच करती है विपक्ष की ये भी मांग है की उत्तराखंड राज्य के गठन से अब तक की भर्तियों की जांच होनी चाहिए।

आपको बता दें विधानसभा भर्ती मामले मे कई बड़े नेताओं के नाम आ सकते हैं लेकिन सीएम धामी की तरह विधानसभा अध्यक्ष महोदया भी ये साफ कह चुकी हैं की दोषी चाहे कोई भी हो वो बख्शा नहीं जाएगा। अब 1 महीने के बाद कमेटी जांच की रिपोर्ट सौंप देगी देखने वाली बात ये होगी की विधानसभा मे कितने कर्मचारी ऐसे हैं जिनको बैकडोर से एंट्री कराई गई है।

           खास बातें

  • धामी सरकार का भरष्टाचार पर का प्रहार
  • किसी भी भर्ती घोटाले मे नहीं बख्शे जाएंगे अपराधी –सीएम
  • निष्पक्ष जांच के लिए सीएम ने लिखा था ऋतु खंडूड़ी को खत
  • बैक डोर भर्ती की जांच के लिए ऋतु खंडूड़ी ने की तीन सदस्यीय कमेटी गठित
  • बैक डोर भर्ती मामले मे एक महीने में जांच रिपोर्ट देगी कमेटी
  • विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को एक महीने की छुट्टी पर भेजा
  • युवाओं को ऋतु खंडूड़ी ने नियुक्ति को लेकर निष्पक्ष जांच का दिलाया भरोसा
  • 2000 से 2011 ओर 2012 से अब तक हुई भर्तियों की होगी जांच
  • विधानसभा भर्ती जांच कमेटी मे दिलीप कोटिया को बनाया अध्यक्ष
  • सुरेंद्र सिंह रावत और अवनेन्द्र सिंह का नाम भी जांच कमेटी मे
  • विधानसभा भर्ती मे खूब चला भाई-भतीजावाद

गोविंद सिंह कुंजवाल रख गए थे 159 कर्मचारी

कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने वर्ष 2016 में स्पीकर रहते 159 कर्मचारी भर्ती किए थे। इनमें छह रक्षक ऐसे भी हैं जिन्हें पीआरडी से रखा गया। खास बात यह है कि अपने विधानसभा क्षेत्र जागेश्वर के कई लोगों को उन्होंने नौकरियां दीं। उनके कार्यकाल में रखे गए काफी कर्मचारी अभी तक नियमित नहीं हो पाए हैं, जिस वजह से इनकी नौकरियों पर अब संकट खड़ा हो गया है।

प्रेमचंद ने की थी 72 भर्तियां

भाजपा नेता प्रेमचंद अग्रवाल ने स्पीकर रहते आचार संहिता से ऐन पहले जनवरी में भर्तियों की तैयारी कर ली थी। उन्होंने 72 लोगों को विधानसभा में नियुक्तियां दीं। लेकिन वित्त के पेच के चलते वेतन का संकट खड़ा हो गया था। भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री का भी दायित्व मिलते ही सबसे पहले उन्होंने उक्त फाइल को मंजूरी दी। अब ये भर्तियां उनके गले की फांस बन चुकी हैं।