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पीएम मोदी के रात्रि विश्राम के लिए 122 साल बाद खुलेगा स्वामी विवेकानंद का कमरा ! जानिए अद्वैत आश्रम का इतिहास…

By on October 3, 2023 0 243 Views

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड दौरा 11 और 12 अक्टूबर को प्रस्तावित है। यहां वह कुमाऊं में आदि कैलाश नारायण आश्रम में भ्रमण करेंगे। इसके अलावा पिथौरागढ़ में भी जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। पीएम मोदी इस दौरान लोहाघाट के मायावती में स्थित अद्वैत आश्रम में योग साधना और रात्रि विश्राम करेंगे। इस आश्रम में स्थित स्वामी विवेकानंद का कमरा 122 सालों के बाद किसी के रात्रि विश्राम के लिए खोला जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए जहां सुरक्षा एजेंसियां चौकस हैं। वहीं जिला प्रशासन भी तैयारी में जुटा हुआ है। नैनी-सैनी हवाई अड्डे से लेकर प्रस्तावित जनसभा स्थल सुरेंद्र सिंह बलिया स्पोर्ट्स स्टेडियम तक हर घर, कार्यालय, निजी कार्यालय सभी जगहों पर पुलिस लोगों का सत्यापन कर रही है।

धारचूला के नारायण आश्रम, आदि कैलाश आदि स्थानों पर भी लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। थाना पांगला पुलिस और एसएसबी भी नेपाल सीमा पर कांबिंग कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में मादक पदार्थ, अवैध शराब की बिक्री, तस्करी और बॉर्डर पर संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। वहीं झूला घाट पर भी एसएसबी और पुलिस टीम चेकिंग अभियान चला रही है।

 

 

प्रधानमंत्री का कुमाऊं दौरे के दौरान लोहाघाट क्षेत्र में मायावती स्थित अद्वैत आश्रम में 20 घंटे विश्राम के लिए आने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। पीएम के दौरे को देखते हुए डीएम नवनीत पांडे सहित जिले के आला अधिकारी लोहाघाट जीआईसी खेल मैदान, छमनियां स्टेडियम, फोर्टी हेलीपैड और मायावती आश्रम का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।

स्वामी विवेकानंद ने कक्ष में की थी योग साधना

इस आश्रम की विशेषता यह है कि यहां स्वामी विवेकानंद के योग और साधना कक्ष को 122 साल बाद देश के किसी व्यक्ति के रात्रि विश्राम के लिए खोला जा रहा है। स्वामी विवेकानंद के बाद यहां रात्रि विश्राम करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले व्यक्ति होंगे। अद्वैत आश्रम के प्रबंधक सहृदयानंद महाराज के अनुसार स्वामी विवेकानंद जिस कक्ष में ठहरे थे और उन्होंने वहां योग साधना की थी। उसी कक्ष में प्रधानमंत्री मोदी के रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है।

122 साल बाद पहली बार यह कक्ष किसी के रात्रि विश्राम के लिए खोला जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस आश्रम में करीब 20 घंटे रुक सकते हैं। 11 या 12 अक्टूबर को पीएम मोदी यहां पहुंचेंगे और इसके बाद दूसरे दिन सुबह उनके यहां से रवानगी होगी। यहां रहकर पीएम मोदी इस कक्ष में योग साधना भी करेंगे।

आज तक किसी के लिए नहीं खोला गया कमरा

विदित हो कि स्वामी विवेकानंद तत्कालीन मद्रास से यात्रा पर निकले थे। 03 जनवरी 1901 को हुए लोहाघाट क्षेत्र में मायावती स्थित अद्वैत आश्रम पहुंचे थे। स्वामी विवेकानंद यहां 15 दिनों तक ठहरे थे और यहां पर उन्होंने योग साधना की थी। तब योग साधना के लिए स्वामी विवेकानंद को दो कक्ष आवंटित किए गए थे। उनके बाद उनके रात्रि विश्राम वाले कक्ष में किसी को भी ठहरने की अनुमति नहीं दी गई। जबकि इस एक शताब्दी में कई बड़ी शख्सियत इस आश्रम में आयी हैं। हाल ही में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आश्रम में आये हैं।

बॉर्डर का कर सकते हैं दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत नारायण आश्रम आएंगे। यहां से वह चीन सीमा से सटी आईटीबीपी की चेक पोस्ट में जवानों के साथ कुछ समय बिता सकते हैं। वहां से कैलाश मानसरोवर के दर्शन भी करेंगे। इसके बाद उनका पिथौरागढ़ में स्थानीय लोगों के साथ संवाद और जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है।

हालांकि पीएम का आधिकारिक कार्यक्रम मिलना अभी शेष है लेकिन उनके आगमन की देखते हुए जिला प्रशासन से लेकर भाजपा संगठन और सरकार अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों और जनसभा के दृष्टिगत प्रभारी की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को सौंपी गई है। वे प्रधानमंत्री के इस प्रवास के दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत से लेकर संगठन की भूमिका वाली तमाम गतिविधियों और जनसभा के मध्य समन्वय करेंगे। जबकि प्रधानमंत्री के दौरे के समस्त कार्यक्रमों के लिए संयोजक का जिम्मा पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल को सौंपा गया है।

पीएम मोदी के लिए पहाड़ी व्यंजन परोसने की तैयारी

प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासन पहाड़ी व्यंजन परोसने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से स्थानीय उत्पादों से निर्मित पकवान तैयार कराए गए हैं। मंडुवे के केक से लेकर मक्के का हलवा, भटिया, चुड़कानी, गहत के डुबके, मंडुवे की बर्फी, मंडुवे के रोल, झंगोरे की खीर, मंडुवे के लड्डू, भांग और दाड़िम की चटनी, कुट्टू की बर्फी, बाजरे के लड्डू, आलू चने की बर्फी, मक्का और केले के पकौड़े सहित 15 से अधिक तरह के व्यंजन तैयार किए गए हैं।

इन पकवानों में से ही अधिकारी कुछ व्यंजनों का चुनाव कर पीएम मोदी के लिए परोसेंगे। प्रधानमंत्री मोदी को पहाड़ी व्यंजन परोसे जाने को अधिकारी स्थानीय स्तर पर होने वाले उत्पादों को नई पहचान मिलने के तौर पर देख रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार पहाड़ी व्यंजन पौष्टिक तत्वों का खजाना है। प्रधानमंत्री को पहाड़ी व्यंजन परोसे जाएंगे तो इससे पहाड़ी उत्पादों को नई पहचान मिलेगी।

रामकृष्ण मठ की शाखा है अद्वैत आश्रम

अद्वैत आश्रम रामकृष्ण मठ की एक शाखा आश्रम है। यह स्थान समुद्र तट से 6400 फीट की ऊंचाई पर काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 167 किलोमीटर दूर चंपावत जिले के अंतर्गत लोहाघाट के मायावती नामक स्थान पर स्थित है। देवदार, बांज और बुरांस की सघनराशि के बीच अद्भुत नैसर्गिक सौंदर्य को समेटे हुए यह आश्रम बना हुआ है। इस आश्रम की स्थापना स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से उनके सन्यासी शिष्य स्वामी स्वरूपानंद और अंग्रेज शिष्य कैप्टन जेएच सेवियर और उनकी पत्नी सीई सेवियर ने 19 मार्च 1899 में की थी।