Breaking News
  • Home
  • उत्तराखण्ड
  • जल का संकट और जान जोखिम मे, कुएं मे उतर कर पानी भर रहीं हैं ये महिलाएं, ये वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देगी…

जल का संकट और जान जोखिम मे, कुएं मे उतर कर पानी भर रहीं हैं ये महिलाएं, ये वीडियो आपके रोंगटे खड़े कर देगी…

By on April 17, 2022 0 245 Views

नासिक/महाराष्ट्र:  गर्मी शुरू होते ही महाराष्ट्र में पानी को लेकर हाहाकार मच गया है. राज्य में कई ज़िलों के गांव में लोगों को पीने का पानी ठीक से नहीं मिल रहा है. नासिक के कई गांवों से डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही है. महिलाएं जान जोखिम में डालकर कुंए से पीने का पानी भर रह रही हैं. हालांकि सरकारी अधिकारियों का दावा है कि इस साल नासिक में पिछले साल से बेहतर हालात हैं. कुएं से पानी भरने का एक वीडियो नासिक के रोहिले गांव में रिकॉर्ड किया गया है. इसे देख कर आप हैरान रह जाएंगे.यहां कुएं के पास महिलाओं और बच्चों की भीड़ है. बड़ी संख्या में कुएं के पास पानी भरने के लिए बर्तन रखे हैं. कुएं में पानी तो है, लेकिन इसे भरना आसान नहीं है. दरअसल भयंकर गर्मी के चलते पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है. लिहाज़ा पानी भरने के लिए दो महिलाएं सीढ़ियों के सहारे कुएं में उतर गई. ऊपर से लोग प्लास्टिक के डब्बे रस्सियों के सहारे उन तक पहुंचा रहे हैं. इसके बाद पानी में सीढ़ियों पर खड़ी ये महिलाएं पानी भरकर ऊपर पहुंचा रही है. ये बेहद जोखिम भरा है. ज़रा सी चूक हुई तो ये दोनों महिलाएं पानी गिर सकती हैं. लेकिन इनकी अपनी मजबूरियां हैं.

 

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, कुएं से पानी लाने वाली महिलाओं में से एक सोनाली ने कहा, ‘महिलाएं 2 किमी दूर से कुएं से पानी लाने आती हैं. हमारे पास पानी की कमी है. कुछ महिलाओं ने पानी निकालने के लिए कुएं के अंदर चली गई. कक्षा 10 में पढ़ने वाली एक छात्रा प्रिया ने कहा कि उसे अपने परिवार के लिए पानी लाने के लिए अपनी क्लास छोड़नी पड़ती है. उन्होंने कहा, ‘हमारे गांव में पानी नहीं है. इसलिए हम पानी लाने के लिए दूर के गांव में जाते हैं. कभी-कभी मुझे इसके लिए कक्षाएं छोड़नी पड़ती हैं. इस पानी की कमी के कारण मुझे एक बार परीक्षा के लिए भी देर हो गई थी क्योंकि मैं दूसरे गांव में एक कुएं से पानी लाने गई थी.’ सिंचाई विभाग की अभियंता अलका अहिराव के मुताबिक इस बार पानी की किल्लत कम है. उन्होंने कहा, ‘नासिक में पानी की स्थिति पिछले साल से बेहतर है. हम कलेक्टर कार्यालय से पानी की डिमांड की रिपोर्ट लेते हैं और फिर लोगों तक पहुंचाते हैं. अगले जून तक पानी की किल्लत नहीं होगी.’