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पहलगाम आतंकी हमला: पाकिस्तान के खिलाफ उत्तराखंड में जबरदस्त प्रदर्शन, पुतला फूंककर जताया विरोध, उठी ये मांगें

By on April 25, 2025 0 126 Views

रुद्रप्रयाग: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के विरोध में देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध हो रहा है. उत्तराखंड में जगह जगह लोग सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के पुतला दहन कर रहे हैं. रुद्रप्रयाग के केदारघाटी के लोगों ने पाकिस्तान का पुतला जलाकर जमकर विरोध किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पहलगाम की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को चुन-चुनकर मारने की मांग की. इसके अलावा केदारघाटी के लोगों ने उत्तराखंड चारधाम यात्रा में भी बाहरी समुदाय के लोगों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बाहरी समुदाय के लोगों से उत्तराखंड के चारों धामों को भी खतरा पैदा हो गया है.

गुरुवार को केदारघाटी के गुप्तकाशी में पहलगाम में हुई घटना के विरोध में गौ रक्षा विभाग, भैरव सेना, बजरंग सेना संगठन रुद्रप्रयाग के अलावा केदारघाटी के स्थानीय लोगों और अन्य सामाजिक संगठनों ने जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान का पुतला दहन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने इतने बड़े जघन्य अपराध को अंजाम दिया है. जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने धर्म पूछकर निर्दोश लोगों को गोलियां मारी है. यह एक कायराना हरकत है और किसी भी हाल में ऐसे कायर लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. शीघ्र ही घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और इसमें शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जो बाहरी समुदाय के लोग उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में कारोबार या अन्य कार्य करने आ रहे हैं. उन पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगना चाहिए. इनका कुछ भरोसा नहीं है और यह किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि केदारघाटी में गैर हिंदुओं की तादाद बढ़ रही है. केदारनाथ धाम की यात्रा में रोजगार को लेकर गैर हिंदुओं की बढ़ती संख्या भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा है. कुछ लोगों के गैर हिंदुओं को शरण देने से आज स्थिति खराब हो रही है.

उन्होंने कहा कि कश्मीर के जिस स्थान पर यह घटना हुई है, उसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है. रुद्रप्रयाग जिले के चोपता को भी मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है. आतंकी टूरिस्ट पैलेस की जगहों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे में हमारे धार्मिक स्थलों के साथ ही पर्यटक स्थलों को भी बचाए जाने की जरूरत है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि पहलगाम की घटना को अंजाम देने वाले आतंकी सरगना का खात्मा करने के साथ ही केदारनाथ यात्रा में गैर हिंदुओं पर रोक लगाइ जाए.

रामगनर में निकाली गई आतंकवाद की शव यात्रा

वहीं पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ नैनीताल जिले के रामनगर में भी पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. रामनगर में लोगों ने आतंकवाद की शव यात्रा निकाली. शव यात्रा के दौरान ‘राम नाम सत्य है, आतंक का अंत है’,’आतंकवाद मुर्दाबाद’ जैसे कई नारे लगाए. लोगों ने कहा कि हम ये शव यात्रा इसलिए निकाल रहे हैं क्योंकि अब चुप रहने का वक्त नहीं है. जम्मू-कश्मीर में हमारे जवान, हमारे पर्यटक निशाना बन रहे हैं. ये सिर्फ एक हमला नहीं, हमारी अस्मिता पर चोट है. देश का हर नागरिक अब आतंक के खिलाफ एकजुट हो चुका है. हम युवाओं का यह कर्तव्य है कि हम अपने देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए आवाज उठाएं. आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ चुका है.

मसूरी मॉल रोड में निकाली गई विरोध रैली

इसके अलावा मसूरी में भी पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 27 बेगुनाहों को लेकर लोगों में आक्रोश देखा गया. मसूरी में बजरंग दल द्वारा आतंकवादियों और पाकिस्तान के खिलाफ मॉल रोड पर विरोध रैली निकाली गई. सभी लोग मसूरी के गांधी चौक पर एकत्रित हुए और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पाकिस्तान के झंडे को आग के हवाले किया. लोगों ने एकजुट होकर कहा कि कुछ लोग देश का माहौल खराब करना चाह रहे हैं जो किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. लोगों ने कहा कि आज आतंकवाद भारत में नहीं, पूरे विश्व में अपने पैर पसार रहा है. जिसकी मूल जड़ पाकिस्तान है. वहीं उन्होंने मसूरी में बढ़ते बाहरी व्यापारियों के वेरिफिकेशन की मांग की है.

आतंकवाद के विरोध में मुस्लिम समाज ने बंद रखी दुकानें

पहलगाम आतंकी हमले के आक्रोश हिंदू संगठनों में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय में भी देखने को मिला. देहरादून के मुस्लिम समाज के लोगों ने इस घटना के विरोध में इनामुल्ला बिल्डिंग और पलटन बाजार की दुकानों को दोपहर बारह बजे तक बंद रखा. वहीं पलटन बाजार स्थित जामा मस्जिद के शहर काजी सैयद मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि इंसान की मौत का गम है. आतंकी हमले करने वाले यह नहीं सोचते की वह भी एक इंसान हैं और किसी के साथ अन्याय क्यों करा जाए, जबकि उसका भी परिवार है. उन्होंने कहा कि हम कायराना हमले की कड़े अल्फाजों में निंदा करते हैं. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से मांग उठाते हुए कहा कि जल्द आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्रवाई की जाए. ताकि कश्मीर घाटी में अमन सुकून की स्थापना हो सके.

राष्ट्रीय लोक दल ने भी सड़कों पर उतरकर किया प्रदर्शन

राष्ट्रीय लोकदल उत्तराखंड ने भी पहलगाम घटना के विरोध में लैंसडाउन चौक पर पाकिस्तान का पुतला दहन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश मीडिया प्रभारी सुंदर सिंह रावत ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा किया गया यह कुकृत्य माफ करने योग्य नहीं है. हम भारत सरकार और देश के प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि पर्यटकों की शहादत का बदला पाकिस्तान की सर जमीन में जाकर लिया जाए.

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए प्रार्थना

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए हरिद्वार हर की पैड़ी पर श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने माँं गंगा से प्रार्थना की और दीपदान किया. वहीं शिवालिक नगर व्यापार मंडल द्वारा शिवालिक नगर में कमर्शियल कंपलेक्स पर कई व्यापारियों द्वारा पहलगांव में हुए नरसंहार के विरोध में पाकिस्तान का पुतला फूंक कर विरोध जताया गया.