
नए सत्र के लिए हल्द्वानी के निजी स्कूलों के लिए गाइडलाइन तय, फीस-किताबों में मनमानी पर होगी कार्रवाई
हल्द्वानी: नया शिक्षण सत्र शुरू होने से पहले स्कूलों की मनमानी फीस और एनसीईआरटी की किताबों के साथ-साथ अन्य किताबों को खरीदने के लिए अभिभावकों पर दबाव डालने की शिकायत मिली है. शिकायत के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने निजी स्कूलों के प्रबंधक और प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की. बैठक में फीस बढ़ोत्तरी और किताबों को लेकर सख्त निर्देश दिया है.
निजी स्कूलों को सख्त निर्देश: इस दौरान बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट ने सभी निजी विद्यालयों को RTE की मान्यता के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इसके अलावा NCERT की किताबों के संबंध में नियमों के तहत किताबें को स्कूल में लगाए जाने के निर्देश दिए गए. साथ ही स्कूल फीस और बस फीस सहित बच्चों की सुरक्षा के संबंध में भी गाइडलाइन के हिसाब से आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
सीईओ ने ये कहा: मुख्य शिक्षा अधिकारी का कहना है कि-
नए शिक्षण सत्र से पहले सभी विद्यालयों के प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों को सरकार से संबंधित सभी नियम और कानून से अवगत करा दिया गया है. इसके अलावा फीस बढ़ोत्तरी की शिकायतों और बस फीस बढ़ोत्तरी सहित अन्य व्यवस्थाओं को ठीक करने के निर्देश नए शिक्षण सत्र से पूर्व ही दे दिए गए हैं. निजी विद्यालयों को दिए गए निर्देशों के क्रम में प्रशासन और शिक्षा विभाग लगातार मॉनिटरिंग करता रहेगा. कहीं से भी शिकायत आने पर कार्रवाई भी की जाएगी.
–तारा सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी-
सिटी मजिस्ट्रेट ने ये कहा: बैठक के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि-
निजी विद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि अपने विद्यालयों की फीस की सूची आरटीई की वेबसाइट पर लोड करें, जिससे कि अभिभावकों को पता चल सके कि किस विद्यालय की कितनी फीस है. जिला प्रशासन ने निजी विद्यालयों को सख्त निर्देश जारी किया है कि जिस भी किसी स्कूल की मनमानी की शिकायत ही आएगी, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
–एपी बाजपेई, सिटी मजिस्ट्रेट-
हल्द्वानी में हैं करीब 200 निजी स्कूल: गौरतलब है कि हल्द्वानी शहर में करीब 200 निजी स्कूल हैं. इनमें से कई की लगातार शिकायत आती रहती है. ये शिकायतें ड्रेस, फीस और किताबों के साथ विभिन्न आयोजनों के लिए पैसे जमा करने संबंधित रहती है.