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UKSSSC पेपर लीक मामले में जांच आयोग ने राजधानी दून में किया जनसंवाद,अभ्यर्थियों ने की पेपर रद्द करने की मांग

By on October 9, 2025 0 52 Views

देहरादून: उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच रिटायर्ड न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में की जा रही है. इसके साथ ही लोक सुनवाई एवं जनसंवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें कई अभ्यर्थी और कोचिंग संचालकों ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अपनी समस्याएं बताई और विचार भी रखे. वहीं, ज्यादातर अभ्यर्थियों ने 21 सितंबर को हुए पेपर को निरस्त करने की मांग की है.

नैनीताल हाईकोर्ट से रिटायर्ड न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में गठित एकल सदस्यीय जांच आयोग के सामने यूकेएसएससएसी स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की सुनवाई की जा रही है. हल्द्वानी और रुद्रपुर के बाद जांच आयोग की टीम देहरादून पहुंची, जहां अभ्यर्थियों और कोचिंग सेंटर संचालकों से संवाद कर उनके सुझाव एवं शिकायतें सुनीं. आयोग का कहना है कि हमारा प्रयास है कि अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार कर सरकार को सौंपे. इसके लिए जल्द ही अन्य जिलों में भी जन सुनवाई की जाएगी.

दरअसल, 21 सितंबर 2025 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान पेपर लीक का प्रकरण सामने आया था. जिसकी संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य सरकार ने 27 सितंबर को हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की अध्यक्षता में एकल सदस्य आयोग का गठन किया है. इस आयोग का कार्य क्षेत्र पूरा उत्तराखंड है. ऐसे में आयोग गठन के बाद ही सभी जिलों में जनसंवाद किया जा रहा है.

अभ्यर्थियों ने पूछा- क्यों हुआ पेपर लीकजनसंवाद में कई अभ्यर्थी और अभिभावकों का प्रश्न है कि यह पेपर लीक क्यों हुआ है? इसके संबंध में कई अभ्यर्थियों ने साक्ष्य भी दिए हैं. जो कि जांच का विषय है. इस जनसंवाद में कोचिंग सेंटर, अभ्यर्थी और अभिभावकों से विचार लिया जा रहा है. अगर किसी के पास साक्ष्य है तो वो दे सकते हैं. साथ ही आयोग ने एक ईमेल आईडी भी बनाई है, जिसमें हल्द्वानी और रुद्रपुर के अभ्यर्थियों ने कुछ दस्तावेज भेजे हैं.

पेपर लीक मामले की चल रही एसआईटी जांच: इसके अलावा देहरादून एसपी देहात जया बलूनी के नेतृत्व में पेपर लीक मामले की एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच चल रही है. जबकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीबीआई यानी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की संस्तुति दे चुके हैं. सीबीआई संस्तुति के आश्वासन के बाद ही युवाओं का धरना स्थगित हुआ था. फिलहाल, पेपर लीक मामले की जांच हर तरफ से हो रही है.

कई अभ्यर्थी और अभिभावकों का प्रश्न है कि पेपर लीक क्यों हुआ? इसके साथ ही आगे पेपर लीक न हो, इसको लेकर भी सुझाव मिले हैं. कई अभ्यर्थियों ने पेपर लीक से जुड़े पत्र और साक्ष्य भी भेजे हैं. यह जनसंवाद नैनीताल, रुद्रपुर के बाद आज देहरादून में हुआ है. जल्द ही बाकी जिलों में जनसंवाद किया जाएगा. जिसके बाद रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी.“- विक्रम सिंह राणा, सचिव, एकल सदस्यीय जांच आयोग

वहीं, जनसंवाद के दौरान ज्यादातर बच्चों ने परीक्षा रद्द करने की बात कही है. साथ ही एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है. जिसको जांच आयोग ने नोट कर लिया है. इसके अलावा अभ्यर्थियों ने मांग उठाई है कि आयोग में जो अधिकारी और कर्मचारी पिछले चार से पांच साल से जमे हुए हैं, उनको भी बर्खास्त किया जाए. परीक्षा में जो आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न आ रहे हैं, उस पर ध्यान दिया जाए.

हर बार पटवारी परीक्षा में अनियमितताएं हो रही है. हमने आयोग के सामने विचार रखा है कि पेपर हॉल से लेकर आयोग तक पहुंचने में गड़बड़ी हो रही है. आखिर ये गड़बड़ियां क्यों हो रही है? साथ ही ओएमआर शीट में भी कई खामियां हैं. उसके निवारण को लेकर आयोग के सामने अपना पक्ष रखा है. इसके अलावा नकल माफियाओं पर कार्रवाई की मांग की है.“- पंकज तिवारी, अभ्यर्थी, चमोली

अभ्यर्थियों ने 21 सितंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की उठाई मांग: एकल सदस्यीय जांच आयोग का गठन होने के बाद जनसंवाद के दौरान ज्यादातर अभ्यर्थियों ने परीक्षा को रद्द करने की बात कह रहे हैं, लेकिन अब आयोग सभी जिलों में जनसंवाद करने के बाद ही अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा. उसके बाद राज्य सरकार ही निर्णय लेगी कि परीक्षा रद्द होगी या नहीं?

क्या था मामलाबता दें कि बीती 21 सितंबर 2025 रविवार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित कराई थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने के 35 मिनट के भीतर ही प्रश्न पत्र के फोटो सामने आए गए. ऐसे में परीक्षा के बीच ही प्रश्न पत्र आउट होने पर आयोग में हड़कंप मच गया.

खालिद मलिक और साबिया मलिक की हुई गिरफ्तारी: वहीं, प्रारंभिक जांच की गई तो पता चला कि यह प्रश्न पत्र लक्सर स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट सेंटर से आउट हुआ था. जिस पर सेंटर में परीक्षा में बैठे खालिद मलिक के साथ ही उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया गया. जबकि, प्रश्न पत्र को सॉल्व कर भेजने वाली राजकीय महाविद्यालय अगरौड़ा (टिहरी) की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की गई.

इन पर गिरी गाज: उधर, बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा सेंटर में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी को भी लापरवाही बरतने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया. इसके अलावा इसी सेंटर में तैनात सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार एवं कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को भी मामले सस्पेंड किया गया.

युवाओं के बीच पहुंचकर सीएम धामी ने दिया ये आश्वासन: वहीं, पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ा तो बीती 29 सितंबर को सीएम पुष्कर धामी ने देहरादून परेड ग्राउंड में धरनारत युवाओं के बीच पहुंचे. जहां उन्होंने न केवल युवाओं के साथ संवाद किया, बल्कि मामले की सीबीआई जांच कराने और छात्रों पर दर्ज