
उत्तराखंड सचिवालय में शनिवार और रविवार को भी होगा काम, जानिए क्यों लिया ये फैसला
देहारदून: उत्तराखंड सचिवालय शनिवार और रविवार को भी खुला रहेगा. इस दौरान सचिवालय कर्मी विभागीय कार्यों को निपटाते हुए दिखाई देंगे. इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया गया है और इस आदेश के पीछे की वजह मार्च में वित्तीय वर्ष की समाप्ति के दौरान तमाम बजट से जुड़े कार्यों का निस्तारण करना है.
उत्तराखंड सचिवालय शनिवार और रविवार को भी खोला जाएगा. वैसे उत्तराखंड सचिवालय में सप्ताह के दौरान 5 दिन ही कार्य होते हैं और सप्ताह में 2 दिन का अवकाश रहता है, लेकिन इस महीने सचिवालय सभी सातों दिन खुला रहेगा यानी आगामी शनिवार और रविवार को भी सचिवालय कर्मी सचिवालय में काम करते हुए दिखाई देंगे.
सचिवालय प्रशासन विभाग ने इस संदर्भ में आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त होने जा रहा है, जाहिर है कि वित्तीय वर्ष समाप्ति के दौरान बजट से संबंधित कार्यों का बेहद ज्यादा दबाव है और वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर विभिन्न कार्यों का निस्तारण भी किया जाना है. इन्हीं सभी स्थितियों को देखते हुए विचारोपरांत शनिवार और रविवार को भी सचिवालय को खोले जाने के निर्देश जारी हुए हैं.
सचिवालय प्रशासन में उपसचिव हनुमान प्रसाद तिवारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. इस बार लगातार तीन दिनों की छुट्टी के कारण मार्च महीने के आखिरी दिन काम बाधित होने जा रहा है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर 29 मार्च को शनिवार, 30 मार्च को रविवार और 31 मार्च को ईद के कारण छुट्टी रहेगी. यानी वित्तीय वर्ष के अंतिम तीन दिन छुट्टी रहनी है.
इस स्थिति के कारण वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर बजट से जुड़े काम प्रभावित होने की उम्मीद है और इसी को देखते हुए शासन स्तर पर विचार करने के बाद सचिवालय को अंतिम दो दिनों यानी 29 और 30 मार्च को खोले जाने का निर्णय लिया गया है.
हालांकि वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन बेहद महत्वपूर्ण होते हैं. अंत में बजट के आकलन और खर्च को लेकर काफी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं. ऐसे में यदि सचिवालय बंद रहेगा तो इन पर निर्णय नहीं हो पाएगा, जिससे कई कार्यो में भी बाधा आने की सकती है. इन्हीं सभी पहलुओं पर विचार किया गया और अंत में निर्णय लिया गया कि सचिवालय में कर्मचारी शनिवार और रविवार को आकर बजट से जुड़े कार्य करेंगे और बाकी मार्च फाइनल से पहले जरूरी कार्यों का भी निस्तारण किया जाएगा.