
अज्ञात UKD नेताओं पर केस दर्ज, सरकारी काम में बाधा डालने, रोड बाधित करने और पोस्टर होर्डिंग फाड़ने का आरोप
देहरादून: राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय मूल के दो व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए जा रहे मुकदमों के विरोध में मंगलवार को यूकेडी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया. इस दौरान अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा उत्पात मचाने और सरकारी कामकाज में बाधा डालने को लेकर चौकी प्रभारी की शिकायत के आधार यूकेडी के अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ थाना डालनवाला में मुकदमा दर्ज किया गया है, साथ ही पुलिस मामले की जांच कर रही है.
यूकेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज
करनपुर चौकी प्रभारी ओमप्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई है कि 8 मार्च को यूकेडी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय मूल के व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए जा रहे झूठे मुकदमों के विरोध में परेड ग्राउंड पास सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता इकट्ठा हुए. कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए राजपुर रोड से न्यू कैंट रोड होते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखंड आवास कूच किया. जिसमे शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल मौजूद थी.
पुलिस ने लगाए गंभीर आरोप
चौकी प्रभारी ने शिकायत में बताया है कि करीब 250 से 300 यूकेडी कार्यकर्ता इकट्ठे होकर एक वाहन में लॉउड स्पीकर के माध्यम से सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे. नारेबाजी करते हुए एक समूह में कनक चौक से ओरिएंटल चौक से राजपुर रोड होते हुए न्यू कैंट रोड से हाथीबड़कला बैरियर के लिए चले. इसी दौरान यूकेडी कार्यकर्ताओं में से किसी अज्ञात व्यक्ति ने कनक चौक के पास लगी होर्डिंग और पोस्टरों (जोकि सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में सरकारी विभाग द्वारा लगवाये गये थे) को तोड़फोड़ कर फाड़ा गया, जिससे सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है.
पोस्टर होर्डिंग फाड़ने का आरोप
शिकायत में बताया गया कि पुलिस द्वारा रैली को सड़क के एक किनारे करने का प्रयास किया गया, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता सड़क के बीचों बीच बैठ गए, जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. सड़क के दोनों तरफ यातायात अवरुद्ध हो जाने के कारण वाहनों की लम्बी कतारें लग गयी, जिसमें सरकारी एम्बुलेंस और अन्य इमरजेंसी वाहन भी फंस गए. अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा एकराय होकर सड़क पर सरेआम पर बैठकर मार्ग अवरुद्ध करने और सरकार विरोधी नारेबाजी कर उत्पात मचाने, सरकारी कार्य में डालने और होर्डिंग्स व तोड़फोड़ की गई. तहरीर के आधार अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. बता दें कि यूकेडी नेता आशुतोष नेगी और आशीष नेगी पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर यूकेडी मुखर है. इस मुद्दे पर यूकेडी सरकार पर हमलावर है.