कालाढूंगी में सादगी के साथ मनाए गए मोहर्रम।
कालाढूंगी। (शाकिर हुसैन) हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश की गई। कालाढूंगी में मोहर्रम सादगी के साथ मनाए गए।
घरों में नियाज-फाइतिहा कर हजरत इमाम हुसैन को याद किया गया।
पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत की यादगार में मनाए जाते हैं मोहर्रम। हजरत इमाम हुसैन ने 14 सो साल पहले बुराई के खिलाफ कर्बला के मैदान में जंग करते हुए अपने 72 साथियों के साथ अपनी शहादत पेश की थी। इस बार कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए ताजियों का जुलूस निकाला गया।
मोहर्रम कमेटी द्वारा ताजियों को एक स्थान पर रखकर ही मोहर्रम मनाए गए।
मोहर्रम की 10 तारीख शहादत के दिन बोरपुल स्थित कर्बला पर अल्प संख्या में ताजियों को ले जाकर दफनाया गया और फातिहा ख्वानी की गई। मोहर्रम को देखते तहसीलदार प्रियंका रानी ,थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत के नेतृत्व में कई पुलिस कर्मी भी रहे मुस्तेद। इस दौरान कमेटी के रईस अहमद, अब्दुल सलाम, वकील अहमद, मो, अकरम, अलीम अहमद, मो, शहजाद, जलालुद्दीन, रईस भारती, मोबीन आदि उपस्थित रहे।