दिनदहाडे हुई चैन स्नेचिंग की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने आरोपियों को पकड़ने के लिए निर्देशित किया. जिस पर नेहरू कॉलोनी के थानाध्यक्ष ने अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की. घटनास्थल का निरीक्षण कर आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया गया.
तीन अगस्त को मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को चैन लूट की घटना में शामिल दो आरोपियों के दोबारा किसी घटना को अजांम देने के लिये देहरादून वापस आने की सूचना मिली. जिस पर पुलिस की टीम तत्काल अलग-अलग स्थानों पर आरोपी की तलाश के लिए सघन चैकिंग अभियान चलाया. चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस टीम को घटना में शामिल दो आरोपियों को दूधली रोड से गिरफ्तार किया गया.
आरोपियों की पहचान गुरमीत पुत्र राजेश निवासी हरिद्वार, विजेन्द्र पुत्र करम सिंह निवासी हरिद्वार के रूप में हुई. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लूटी गई दो चेन और घटना में इस्तेमाल होने वाली मोटरसाइकिल बरामद की है. पुलिस के अनुसार अभी राहुल पुत्र प्रीतम निवासी हरिद्वार और विकास पुत्र भोलू निवासी हरिद्वार फरार चल रहे हैं. जिनकी तलाश जारी है.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा नेहरू कॉलोनी, डोईवाला व रायवाला में चेन लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया था. सभी घटनाओं में आरोपी द्वारा कांवड़ियों जैसा भेष बनाया था. जिससे घटना के बाद वे पुलिस को आसानी से चकमा दे सके. गिरफ्तार हुए दोनो आरोपियों के कब्जे से जो दो सोने की चेन बरामद हुई थी, उनमे से एक चेन गुरमीत और विजेंद्र द्वारा कॉलोनी क्षेत्र से और दूसरी चेन थाना रायवाला क्षेत्र से एक वृद्ध व्यक्ति से लूटी गई थी. पूछताछ मे गुरमीत ने बताया कि उसके द्वारा अपने दो अन्य साथी राहुल और विकास के साथ मिलकर डोईवाला से 25 जून को लूट की घटना को अजांम दिया था. घटना में लूटी गई चैन को उसके साथी राहुल ने कही बेच दिया था. उक्त घटना में गुरमीत के हिस्से में 20 हजार रुपए आए थे. जिसे गुरमीत द्वारा डाउन पैमेंट देकर बाइक खरीदी थी.