उत्तराखंड: आबकारी विभाग ने तोड़ा रेवेन्यू का रिकॉर्ड, पिछले साल से 200 करोड़ ज्यादा कमाए
देहरादून: उत्तराखंड में जीएसटी के बाद, आबकारी विभाग राजस्व का सबसे बड़ा सोर्स है. बीते साल 2024 के दिसंबर अंत तक उत्तराखंड आबकारी विभाग ने 3353 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है जो कि आखिरी वित्तीय वर्ष की तुलना में 200 करोड़ ज्यादा है. इस वसूली से आबकारी विभाग में खुशी का माहौल है.
मार्च तक 4440 करोड़ का टारगेट
मार्च में अब मात्र केवल दो महीने बचे हैं, और इस वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो उत्तराखंड में जीएसटी के बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले आबकारी विभाग में अब रिकवरी पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है. इस साल आबकारी विभाग को 4440 करोड़ रुपए के राजस्व का टारगेट दिया गया था, तो वहीं अगर बात साल के आखिर तक आए राजस्व की करें तो साल 2024 के आखिरी महीने दिसंबर तक उत्तराखंड आबकारी विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 200 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्ति की है.
3353 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त
आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र ने बताया कि बीते वर्ष 2024 के आखिरी महीने की क्लोजिंग तक उत्तराखंड ने ₹3353 करोड़ का राजस्व प्राप्त कर लिया है. यानी अगर राजस्व के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस वित्तीय वर्ष के दिसंबर आखिर तक आबकारी विभाग ने 3353 करोड़ की रिकवरी कर ली है. इस रिकवरी में विदेशी मदिरा, बियर, देसी मदिरा विक्रेताओं की लाइसेंस फीस, विभाग द्वारा अलॉट किए गए लीकर, एक्सपोर्ट फीस, इंपोर्ट ड्यूटी पेनल्टी सहित सभी मदों में कुल मिलाकर विभाग ने 3353 करोड़ राजस्व प्राप्त किया है.
आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र सेमवाल का कहना है कि अभी दिसंबर आखिर तक विभाग ने 3353 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया गया है तो वहीं उन्हें उम्मीद है कि मार्च फाइनल तक वह अपने एनुअल टारगेट 4440 करोड़ के राजस्व को प्राप्त कर लेंगे.
शराब की अवैध बिक्री पर एक्शन
आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र ने बताया कि विभाग लगातार वैध लिकर की बिक्री को लेकर काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लगातार अवैध शराब बिक्री और शराब बिक्री में पाई जाने वाली अनियमितताओं पर लगाम लगायी गई है. हाल ही में हरिद्वार जनपद में देसी शराब में मिलावट खोरी की शिकायत पर दूसरे जनपद के अधिकारियों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया था और प्राप्त हुई रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए संबंधित आबकारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया. वहीं हरिद्वार के जिला आबकारी अधिकारी को भी दूसरी जगह पर ट्रांसफर कर दिया है.