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21000 बेरोजगार फार्मासिस्ट 14 दिसंबर को करेंगे परिवार सहित मुख्यमंत्री आवास का घेराव, सरकार पर लगाये ये आरोप…
देहरादून: प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट अपनी नियुक्ति सहित विभिन्न मांगों को लेकर 19 अगस्त,2021 से एकता विहार धरना स्थल देहरादून में आंदोलनरत है। इस बीच उनके द्वारा महानिदेशालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक रैलियां एवं प्रदर्शन किया गया,यहां तक कि बेरोजगारों द्वारा अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए आमरण अनशन भी किया गया जिसको कि कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत द्वारा आश्वासन पर तुड़वाया गया।
प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि 116दिन बीत जाने के पश्चात भी सरकार द्वारा बेरोजगारों की मांगों के संबंध में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया जो कि सरकार की बेरोजगारों के प्रति संवेदनहीनता को दर्शाता है। आज 20 वर्षों से रोजगार की राह देख रहा बेरोजगार फार्मासिस्ट सरकार की अनदेखी के कारण हताश एवं निराश है और अपने भविष्य के लिए सड़कों पर आंदोलन करने के लिए विवश है। स्थिति ऐसी है की विभाग में वर्षों से पद रिक्त चल रहे हैं परंतु उन रिक्त पदों पर बेरोजगारों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा 23 नवंबर की कैबिनेट में गुपचुप तरीके से बेरोजगार फार्मासिस्ट का प्रकरण तो लाया गया, परंतु उसमें पूर्व में सर्जित 536 पदों को समाप्त करने का षड्यंत्र रचे जाने की पूरी संभावना जताई जा रही है और यदि इसको लेकर शासनादेश जारी हो जाता है तो वर्ष 2030 तक फार्मेसी संवर्ग में बेरोजगार फार्मासिस्ट की नियुक्ति का रास्ता बंद हो जाएगा और हजारों बेरोजगार फार्मासिस्टों का भविष्य सरकार की गलत नीतियों एवं अनदेखी के कारण चौपट हो जाएगा।।
प्रदेश प्रवक्ता धनपाल रावत के द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषय की अनदेखी करना और फार्मासिस्टों के अहम योगदान को नजरअंदाज करना सरकार की बहुत बड़ी भूल साबित हो सकती है। उन्होंने उन्हें बताया कि स्वास्थ्य मंत्री का बेरोजगारों के प्रति पिछले 116 दिन में जो व्यवहार रहा है उससे भी बेरोजगारों में खासी नाराजगी है। उन्होंने की बताया कि 14,दिसंबर को सभी 21000 अक्रोषित बेरोजगार फार्मासिस्ट अपने परिवारजनों के साथ उग्र आंदोलन के लिए विवश होकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस महाहुंकार रैली में मुख्य विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त है। 116वें धरना दे देने वालों में जगदीश, विजय, जयप्रकाश, विनोद, इंदु, सोनाल, अलीशा, पामिता, रविंदर अरुण,राकेश, जितेंद्र, नवीन, सुमन, विवेकानंद, यमुना, मुग्धा, रिचा, शैलेंद्र, संजीव आदि उपस्थित रहे।