
डॉ अलका मित्तल बनी ओएनजीसी की प्रथम महिला अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक
नई दिल्ली: ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) को डॉ अलका मित्तल को अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। ओएनजीसी के मानव संसाधन (एचआर) के वर्तमान निदेशक अलका मित्तल को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के रूप में अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इस खबर की घोषणा 3 जनवरी को ओएनजीसी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर की गई थी।
महारत्न ओएनजीसी भारत की सबसे बड़ी कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस कंपनी है, जिसका घरेलू उत्पादन में 71% से अधिक का योगदान है। कच्चा तेल आईओसी, बीपीसीएल, एचपीसीएल, और एमआरपीएल (जिनमें से बाद की दो ओएनजीसी सहायक कंपनियां हैं) जैसी डाउनस्ट्रीम फर्मों द्वारा ईंधन, डीजल, मिट्टी के तेल, नेफ्था और रसोई गैस एलपीजी जैसे पेट्रोलियम उत्पाद बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
यह फैसला देर रात का विकास सुभाष कुमार, निदेशक (वित्त) की सेवानिवृति के ठीक दो दिन बाद आता है, जिन्होंने सीएमडी के रूप में भी काम किया, 31 दिसंबर, 2021 को सेवानिवृत्त हुए। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, वह ऊर्जा दिग्गज कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं। पिछले महीने सुभाष कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद अलका मित्तल को अतिरिक्त प्रभार सौंप् गया था। दरअसल ओएनजीसी एक निदेशक मंडल द्वारा शासित होता है, जो नियमित आधार पर योजनाओं, नीतियों को विकसित करता है और कंपनी के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है।
अलका मित्तल ने अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री, मानव संसाधन प्रबंधन में एमबीए और वाणिज्य और व्यावसायिक अध्ययन में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। अलका नवंबर 2018 से ओएनजीसी में निदेशक मानव संसाधन हैं और ओएनजीसी के इतिहास में पूर्णकालिक निदेशक का पद संभालने वाली पहली महिला हैं। निदेशक मानव संसाधन (एचआर) बनने से पहले, मित्तल ओएनजीसी में स्किल डेवलपमेंट की चीफ थीं। अपने इस रोल में उन्होंने गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया और ओएनजीसी के कौशल विकास केंद्रों के कामकाज में एकरूपता लेकर आईं। इस अवधि के दौरान, उन्होंने ओएनजीसी में नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम को भी लागू किया। स्किल डेवलपमेंट चीफ बनने से पहले अल्का मित्तल, कंपनी के कॉरपोरेट कार्यालय में सीएसआर हेड रहीं हैं।