
PM Modi ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम से देशवासियों को किया संबोधित; ‘वोकल फॉर लोकल’ समेत इन मुद्दों पर दिया जोर
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) में देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने नामीबिया से लाए गए चीतों, योग, सर्जिकल स्ट्राइक, जलवायु परिवर्तन और कल से शुरु होने वाले पर्व नवरात्रि पर बात की। साथ ही पीएम मोदी ने 28 सितंबर को ‘भगत सिंह’ की जयंती के मौके पर ‘चंडीगढ़ एयरपोर्ट’ का नाम बदलने की बात कही। इस दौरान रविवार को उन्होंने ‘दीनदयाल उपाध्याय’ को भी श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने कई अहम मुद्दों पर देश का ध्यान आकर्षित किया।
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरूआत में नामीबिया से लाए गए चीतों का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि MyGov पर चीतों के नाम सुझाए जा सकते हैं। पीएम मोदी ने बताया, ‘MyGov के प्लेटफॉर्म पर एक कॉम्प्टीशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें शेयर करने का आग्रह करता हूं। चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए? क्या हम इन सभी चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं कि इनमें से हर एक को किस नाम से बुलाया जाए? वैसे ये नामकरण अगर ट्रेडिशनल हो तो काफी अच्छा रहेगा क्योंकि अपने समाज, संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज हमें सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है।’
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा,
‘दुनिया अब इस बात को स्वीकार कर चुकी है कि फिजिकल और मेंटल वेलनेस के लिए योग बहुत ज्यादा कारगर है। विशेषकर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से जुड़ी मुश्किलों में योग से बहुत मदद मिलती है। योग की ऐसी ही शक्ति को देखते हुए 21 जून को संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना तय किया हुआ है।‘
पीएम मोदी ने नवरात्रि को लेकर कहा,
‘इस समय देश में चारों ओर उत्सव की रौनक है। कल नवरात्रि का पहला दिन है। इसमें हम देवी के पहले स्वरूप मां शैलीपुत्री की उपासना करेंगे। यहां से नौ दिनों का नियम-संयन और उपवास, फिर विजयदशमी का पर्व भी होगा। यानि एक तरह से देखें तो हम पाएंगे कि हमारे पर्वों में आस्था और आध्यात्मिकता के साथ-साथ गरहा संदेश भी छिपा है।‘
रविवार को पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत तटों को साफ रखने की भी अपील की। उन्होंने कहा,
‘भारत के अलग-अलग समुदायों और विविधताओं से भरी संस्कृति को यहां फलते-फूलते देखा जा सकता है। इतना ही नहीं, इन तटीय इलाकों का खानपान लोगों को खूब आकर्षित करता है। लेकिन इन मजेदार बातों के साथ ही एक दुखद पहलू भी है। हमारे ये तटीय क्षेत्र पर्यावरण से जुडी कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। क्लाइमेट चेंज, मरीन इकोसिस्टम्स के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है तो दूसरी ओर हमारे बीचेज पर फ़ैली गंदगी परेशान करने वाली है। हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इन चुनौतियों के लिए गंभीर और निरंतर प्रयास करें।‘
वहीं पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने त्योहारों के दौरान लोकल सामान खरीदनें का आग्रह किया। उन्होंने कहा, इस त्योहार का सही आनंद भी तब है, जब हर कोई इसका हिस्सा बने। इसलिए लोकल प्रोटक्टक्स और उस काम को हमें सपोर्ट भी करना है। वोकल फॉर लोकल अभियान इसलिए भी खास है क्योंकि आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान हम आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य भी लेकर चल रहे है। लोकल सामान खरीद में सभी रिकॉर्ड्स तोड़ने की बात भी कही। इसके अलावा पीएम मोदी ने सांकेतिक भाषा (Sign Language) पर भी बात की।
पीएम मोदी ने नेशनल गेम्स के आयोजन के बारें में भी बताया। उन्होंने कहा कि 29 सितंबर से गुजरात में ‘नेशनल गेम्स’ का आयोजन किया जा रहा है। कोविड के बाद कई साल बाद ये बेहद ही खास मौका है। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं भी दी। पीएम ने यह भी बताया कि खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए वे भी नेशनल गेम्स के दौरान मौजूद रहेंगे। पीएम मोदी ने सभी से नेशनल गेम्स को फॉलो करने और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की अपील की।
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के अंत में आगे देशवासियों को उत्साहित करने के लिए कहा,
‘मैं सिर्फ दो शब्द कहूंगा लेकिन मुझे पता है, आपका जोश चार गुना ज्यादा बढ़ जाएगा। ये दो शब्द हैं – ‘सर्जिकल स्ट्राइक‘। हमारे देश में अमृत महोत्सव का जो अभियान चल रहा है उन्हें हम पूरे मनोयोग से सेलिब्रेट करें और अपनी खुशियों को सबके साथ साझा करें।‘
बता दें कि पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और यू्ट्यूब समेत सोशल मीडिया के कई और प्लेटफॉर्म पर भी किया गया। ये कार्यक्रम उनके मासिक रेडियों प्रोग्राम का 93वां एपिसोड रहा।