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टाइम ट्रैवलर का दावा: 8 दिसंबर को धरती पर उतरेंगे एलियंस ! पढ़िये, क्या संभव है टाइम ट्रेवल ?

By on October 11, 2022 0 115 Views

न्यूज़ डेस्क: एलियंस सच में होते हैं या नहीं? क्या टाइम ट्रैवल संभव है? ये ऐसे सवाल हैं, जो अभी तक सिर्फ सवाल ही बने हुए हैं. इन रहस्यों को आजतक कोई भी सुलझा नहीं पाया है. हालांकि इसको लेकर दुनिया में बहुत से लोग तरह-तरह के दावे भी कर चुके हैं. आजकल ऐसे ही एक दावे की चर्चा खूब हो रही है, जो काफी हैरान करने वाला है. एक स्वघोषित टाइम ट्रैवलर ने दावा किया है कि इस साल 8 दिसंबर को धरती पर एलियंस उतरेंगे. डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स ने टिकटॉक पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उसने एलियंस और खुद के टाइम ट्रैवलर होने का दावा किया है. उसके इस वीडियो ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है. इस स्वघोषित टाइम ट्रैवलर ने अपने दावे को पुख्ता करने के लिए वीडियो और फोटो भी दिखाए हैं. हालांकि वैज्ञानिकों ने उसके प्रूफ के आधार पर एलियंस के होने के दावे को स्वीकार नहीं किया है.

शख्स के दावे के मुताबिक, इस साल 30 नवंबर को जेम्स वेब टेलीस्कोप एक नए ग्रह की खोज करेगा, जो पृथ्वी से मिलता-जुलता होगा. साथ ही उसने ये भी दावा किया है कि इसी साल 8 दिसंबर को एक उल्कापिंड पृथ्वी से टकराएगा. शख्स ने दावा किया है कि मार्च 2023 में वैज्ञानिकों की एक टीम प्राचीन प्रजातियों की खोज करेगी, साथ ही मई 2023 में अमेरिका में एक भयंकर सुनामी भी आएगी. शख्स का कहना है कि वह एक टाइम ट्रैवलर है और वो साल 2671 से टाइम ट्रैवल करके वापस लौटा है.

समय यात्रा सम्भव या नहीं? (Time travel possible or not in hindi)

अगर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो समय यात्रा संभव है। अगर देखा जाए तो हम सभी समय में यात्रा कर रहे हैं। हम सभी भूतकाल से निकल कर वर्तमान में होते हुए लगातार भविष्य की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं और इसी को ही समय यात्रा कहते हैं। हमारी समय में यात्रा की दर 1 घंटे प्रति घंटे की दर से है यानी की हमें भविष्य में 1 घंटा आगे जाने के लिए 1 घंटे का ही समय अंतराल लगेगा । अगर हमने इस दर को 1 घंटे प्रति घंटे की दर से अधिक कर दिया तो समय की यात्रा की जा सकती है।

आइंस्टीन ने अपने विशेष सापेक्षता के सिद्धांत में बताया कि समय यात्रा संभव है। आइंस्टीन ने बताया कि अगर कोई वस्तु जितनी ज्यादा तेजी से चलेगी उसके लिए समय उतना ही धीमा होता जाएगा और वस्तु किसी स्थिर पर्यवेक्षक के सापेक्ष भविष्य मे होगी।

ऐसे कहा जाता है कि भविष्य की यात्रा करना संभव है परंतु भूतकाल की यात्रा करना किसी भी प्रकार से तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता है। स्टीफन हॉकिंस ने बताया कि अगर भूतकाल यात्रा संभव भी है, और अगर हम टाइम मशीन भविष्य में बना भीं पाए तो टाइम मशीन के बनाने के समय से पहले की यात्रा संभव नहीं है।