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अंकिता भंडारी हत्याकांड में VIP कौन? फैसले के बाद हरीश रावत को ‘ईश्वरीय न्याय’ की प्रतीक्षा

By on May 31, 2025 0 114 Views

हल्द्वानी: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों दोषियों को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. कोटद्वार की अपर जिला एवं सत्र न्यायालय की जज रीना नेगी ने आरोपी पुलकित आर्या, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई. कोर्ट के फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. हरीश रावत ने कहा है कि अंकिता भंडारी को न्याय मिला है लेकिन ईश्वरीय न्याय की प्रतीक्षा है.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा अंकिता के परिजनों के साथ-साथ उत्तराखंड के लोगों की उम्मीद थी कि आरोपियों को मृत्युदंड मिलेगा, लेकिन न्यायालय ने उनको आजीवन कारावास दिया है. उन्होंने कहा न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया है, इसका स्वागत है, लेकिन इस पाप में जो वीआईपी लोग शामिल थे उनके ऊपर भी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा अंकिता भंडारी हत्याकांड के सबूत को मिटाने का पूरा प्रयास किया गया.

हरीश रावत ने साफ कहा, जो भारत में महिलाओं पर अपराध करेगा वो किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, इस हत्याकांड में शामिल आरोपी न केवल प्रभावशाली थे, बल्कि उनमें से एक राज्य मंत्री के दर्जा प्राप्त व्यक्ति का पुत्र और खुद भी एक बड़ा नेता था. पूर्व मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि जनभावनाएं मृत्युदंड की मांग कर रही थी, लेकिन न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा दी. उन्होंने फैसले का सम्मान करते हुए कहा, हमें न्यायपालिका पर भरोसा है, लेकिन यह भी देखना होगा कि इस हत्याकांड के पीछे जो VIP चेहरे हैं, वो अभी भी पर्दे में हैं.

हरीश रावत ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा इस मामले में सबूतों को मिटाने का संगठित प्रयास हुआ. उन्होंने कहा जिस जगह घटना घटी वहां बुलडोजर चलवा दिया गया. CCTV कैमरे तोड़े गए. वहां आग भी लगा दी गई. अंकिता का मोबाइल नष्ट कर दिया गया, ताकि कोई डिजिटल सबूत न बचे. इन हालातों के बावजूद, रावत ने अभियोजन पक्ष की आलोचना करते हुए कहा,अगर अभियोजन पक्ष ने मजबूती से पक्ष रखा होता, तो आज ये दोषी फांसी पर लटकते.

अंकिता केवल एक बेटी नहीं थी, वो उत्तराखंड की अस्मिता थी, उसका बलिदान हमारे समाज को जागरूक करने वाला है,उनके माता-पिता हम सबके लिए पूज्य हैं. अब सरकार की जिम्मेदारी है कि बाकी गुनहगारों पर भी कार्रवाई करे. यह फैसला इंसाफ की ओर एक अहम कदम है, वहीं यह भी स्पष्ट करता है कि सिस्टम में अब भी VIP अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है.

हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री –