
उत्तराखंड पंचायत चुनाव : जिला पंचायतों की 10 सीटों पर भाजपा का कब्जा, कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट
देहरादून: प्रदेश के 10 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया है जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में आई है। अभी नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष का नतीजा आना बाकी है।
बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से प्रदेश के 12 जिलों में ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पदों और सात जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान शुरू हुआ। दोपहर तीन बजे तक सभी जिलों में मतदान हुआ। नैनीताल में इस दौरान कुछ विवाद भी हुए। जिस कारण मामला हाईकोर्ट नैनीताल तक पहुंचा और अभी नतीजा आना बाकी है।
बाकी छह जिलों में से पांच में भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। पांच जिलों में पहले ही भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। देहरादून में कांग्रेस की प्रत्याशी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की।
किस जिले में कौन अध्यक्ष
- टिहरी इशिता सजवाण भाजपा
- यूएस नगर अजय मौर्य भाजपा
- चंपावत आनंद सिंह अधिकारी भाजपा
- पिथौरागढ़ जितेंद्र प्रसाद भाजपा
- उत्तरकाशी रमेश चौहान भाजपा
- चमोली दौलत सिंह बिष्ट भाजपा
- अल्मोड़ा हेमा गैड़ा भाजपा
- रुद्रप्रयाग पूनम कठैत भाजपा
- पौड़ी रचना बुटोला भाजपा
- बागेश्वर शोभा आर्या भाजपा
- देहरादून सुखविंदर कौर कांग्रेस
(नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नतीजे आना शेष हैं, जबकि हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव नहीं हुए हैं।)
जीत में किंगमेकर बने निर्दलीय
इस बार जिला पंचायत सदस्य की 358 सीटों में से 145 पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया था। 121 सीटों पर भाजपा समर्थित और 92 सीटों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी जीते थे। देहरादून से लेकर पर्वतीय जिलों में जिपं अध्यक्ष पद की जीत में ये निर्दलीय किंगमेकर की भूमिका में नजर आए। देहरादून में कांग्रेस के पास 13 सदस्य थे, बाकी चार निर्दलीयों ने समर्थन दिया। इसी प्रकार, भाजपा को भी कई जिलों में इन निर्दलीयों ने वोट किया है।