शाहजहांपुर: स्वयं को कोरियर एजेंट बताकर जलालाबाद के किसान से 15 लाख रुपये ठगने वाला नाइजीरिया का युवक दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया। वहां के न्यायालय से रिमांड प्रक्रिया पूरी कराकर साइबर सेल की टीम उसको रविवार सुबह पुलिस लाइंस लेकर आई। जहां पूछताछ की जा रही है। जलालाबाद के उबरिया गांव निवासी ब्रजेश कुमार खेती करते हैं। अप्रैल 2022 में फेसबुक के माध्यम से उनकी दोस्ती नाइजीरिया के युवक ओसास मर्फी से हुई। मैसेंजर के माध्यम से दोनों में संदेशों का अदान प्रदान हुआ। उसके बाद फोन से भी बात होने लगी।
11 अप्रैल को ओसास ने ब्रजेश के पास दिल्ली के नंबर से काल की। बताया कि वह कोरियर कंपनी में काम करता है। उसने ब्रजेश को अपने साथ विदेशी घड़ी, लैपटॉप के व्यवसाय से जुड़ने का प्रस्ताव दिया। बताया कि वह सस्ती कीमतों पर इन्हें उपलब्ध करा देगा। ब्रजेश ने उस समय कोई जवाब नहीं दिया।
एसपी देहात संजीव वाजपेयी का बयान
विदेश से कोरियर के नाम पर मांगे पैसे
15 अप्रैल को ओसास ने दोबारा कॉल करके बताया कि उसने एक कोरियर भिजवाया है जो लंदन के एक परिचित ने दिया है। उसमें घड़ी, लैपटॉप, सोना व एक लाख रुपये की करेंसी भी है। अगले दिन एक अन्य व्यक्ति की कॉल आई। उसने स्वयं को दिल्ली में इंडिया एयरपोर्ट अथॉरिटी का कर्मचारी बताया। कहा कि ब्रजेश नाम से लंदन से कोरियर आया है।
कोरियर को जलालाबाद तक भिजवाने के लिए 28 हजार रुपये फीस देनी होगी। इसके अतिरिक्त 85 हजार रुपये कस्टम फीस भी पड़ेगी। उस व्यक्ति ने बताया लंदन की एक लाख रुपये की करेंसी भी है, जिसे आरबीआई के माध्यम से बदलवाना होगा। इसके लिए दो लाख 58 हजार 800 रुपये देने होंगे।
इसके लिए उस व्यक्ति ने अलग-अलग खाता नंबर भेजे। जिनमें ब्रजेश ने बताई गई रकम भेज दी। दो दिन बाद फिर से कॉल आई जिसमें बताया कि जो करेंसी आई है, वह भारतीय मुद्रा में 99 लाख 99 हजार 908 रुपये है। उसे लेने के लिए नौ लाख 99 हजार 908 रुपये आयकर जमा करना होगा। तब खाते में धनराशि स्थानांतरित की जाएगी। ब्रजेश ने यह रकम भी खाते में भेज दी।
शक होने पर दर्ज कराया केस
20 अप्रैल को जब दोबारा साढ़े चार लाख रुपये खाते में जमा कराने के लिए कहा गया तो ब्रजेश को शक हुआ। जिन खातों में रुपये भेजे थे वे दिल्ली की दो बैंकों से संबंधित थे। वहां जाकर पूछा तो कर्मचारियों ने जानकारी देने से इन्कार कर दिया। ब्रजेश ने नौ अगस्त 2022 को उन्होंने जलालाबाद थाने में प्राथमिकी पंजीकृत कराई। जिसके बाद से इस मामले में जांच चल रही थी।
साइबर सेल की टीम ने ओसास मर्फी को किया गिरफ्तार
दो दिन पहले सात जुलाई को साइबर सेल की टीम ने दिल्ली के मोहन गार्डन क्षेत्र से ओसास मर्फी को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद यहां से साइबर सेल की टीम पहुंची। जहां न्यायालय में रिमांड प्रक्रिया पूरी की गई। एएसपी ग्रामीण संजीव वाजपेयी ने बताया कि ओसास काफी दिनों से दिल्ली में रहकर ही ठगी कर रहा था। उसने इस तरह कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।