- Home
- उत्तराखण्ड
- पुराने नोट के बदले लेने थे नए नोट, उत्तराखंड मे 4 करोड़ की पुरानी करेंसी के साथ 7 गिरफ्तार…

पुराने नोट के बदले लेने थे नए नोट, उत्तराखंड मे 4 करोड़ की पुरानी करेंसी के साथ 7 गिरफ्तार…
हरिद्वार: को एक ऑपरेशन के दौरान पुरानी करेंसी का जखीरा पकड़ने में बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस दौरान करीब चार करोड़ के पुराने नोटों को बरामद किया गया है. इसके साथ ही निशानदेही पर हरिद्वार में छापेमारी की जा रही है, इसमें करीब 25 से 30 करोड़ के पुराने नोट पाए जाने की भी आशंका जताई जा रही है. नोटों की बरामदगी के मामले में हरिद्वार के अलावा यूपी के अमरोहा का भी कनेक्शन भी सामने आ रहा है. इस मामले में सात आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है.
बताया गया है कि उत्तराखंड एसटीएफ को पुरानी करेंसी के बदले नए नोट बदलने वाले गैंग की जानकारी मिली थी. इस पर उन्होंने जाल फैला दिया. सटीक मुखबिरी के चलते गैंग को दबोच लिया गया. इस दौरान 4 करोड़ के पुराने नोट बरामद किए गए हैं. इस कार्रवाई में सात आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. जो नकली नोट बरामद किए गए वह दिल्ली के किसी व्यापारी के बताए जा रहे हैं. सभी नोट 500 और 1000 के बताए जा रहे हैं.
पुराने नोट के बदले लेने थे नए नोट
जब्त रकम का मालिक कौन है. यानी यह रकम आखिर है किसकी? इसको लेकर शनिवार देर रात खबर लिखे जाने तक ज्वालापुर कोतवाली में आरोपियों से उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स पूछताछ में जुटी थी. इतनी बड़ी तादाद में राज्य में पुरानी करेंसी के बरामद होने की सूचना एसटीएफ ने देर रात आयकर विभाग को भी दे दी है. आयकर विभाग की टीमें भी गिरफ्तार आरोपियों से मामले में पूछताछ के लिए पहुंच चुकी हैं. उत्तराखंड राज्य पुलिस एसटीएफ के एक उच्चाधिकारी ने शनिवार देर रात टीवी9 भारतवर्ष को बताया, “हरिद्वार में पुरानी करेंसी के बदले नए नोटो की अदला-बदली किए जाने की खबरें कई दिन से आ रही थीं. एसटीएफ ने आरोपियों को मय रकम के रंगे हाथ दबोचने के लिए कई टीमें बना दीं थीं. गिरफ्तार सातो आरोपियों में तीन मूल रूप से उत्तराखंड के ही निवासी हैं, जबकि बाकी चार अन्य संदिग्ध उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और अमरोहा जिले के निवासी हैं.”
राज्य एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार लोगों ने दबी जुबान कबूला है कि, यह गैंग ऐसे बिचौलिए की तलाश में था जो, उसे आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) के किसी काम के आदमी से मिलवा सके. क्योंकि इतनी बड़ी तादाद में पुराने नोट सिर्फ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ही बदल सकता है. इन तथ्यों की पुष्टि भी एसटीएफ करने में जुटी है. एसटीएफ के ही एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया, “पांच करोड़ की पुरानी करेंसी के एवज में एक करोड़ की नई करेंसी मिलने वाली थी. नोटों की अदला बदली हो पाती उससे पहले ही आरोपी मय पुरानी करेंसी के गिरफ्तार कर लिए गए.”