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पति पर लगे थे पत्नी हत्या के आरोप, 11 साल बाद जिंदा लौटी तो सब रह गए सन्न महिला मानसिक रूप से परेशान थी। पति को विश्वास था कि जरूर लौटेगी।

By on July 18, 2021 0 352 Views

सिरसा। 2010 में महिला तीन बच्चों को छोड़कर चली गई थी। ससुराल वालों ने पति पर हत्या के आरोप लगाए। महिला छह साल केरल के आश्रम में रही। दो लोग उसे घर छोड़ने पहुंचे। मां को वापस पा
बच्चों की आंख से आंसू आ गए। डबवाली (सिरसा)। वर्ष 2010 में पत्नी तीन बच्चों को छोड़कर
घर से चली गई। पति ने खूब खोजा, पर नहीं मिली। उल्टा आरोप लगा कि उसनेहत्या कर शव नहर में फेंक दिया है। सच जानने के लिए स्वजनों ने उस परपुलिस के जरिये दबाव बनाया। सब यह समझते थे कि वह वापस नहीं लौटेगी। कई बार माला पर हार चढ़ाने की कोशिश हुई। पति को विश्वास था कि वह जरूरलौटेगी। ऐसा ही हुआ शुक्रवार को करीब 11 साल बाद वह सही सलामत घर पहुंच गई। मां को देखकर बच्चों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए, तो वहीं मौकापर पहुंचे पति ने उसे गले से लगा लिया। मामला डबवाली के गांव अबूबशहर का है।

बात पिकअप चालक साहब राम तथा उसकी पत्नी उषा देवी की हो रही है। दोनों के तीन बच्चे बेटा तथा दो बेटियां हैं। बड़े बेटे दीपक की उम्र करीब 16 वर्ष है। उस समय वह महज पांच साल का था। उससे छोटी बेटी प्रियंका है, सबसे छोटी खुशबू है। खुशबू तो डेढ़-दो साल की थी। साहब राम के मुताबिक उसकी पत्नी मानसिक तौर पर परेशान रहती थी। इसलिए वह चली गई। उसे मालूम था कि
जब उसकी मनो दशा ठीक होगी, वह खुद ब खुद वापस आ जाएगी। हालांकि पिकअप को दूर-दराज तक लेकर जाता था। यहां जाता, रास्ते में देखता जाता, उसे विश्वास था कि उषा एक न एक दिन जरूर मिलेगी। साहब राम के मुताबिक उस पर ससुरालियों ने उषा की हत्या का आरोप लगाया था।
उषा देवी पिछले करीब छह सालों से केरल राज्य के नगर एर्नाकुलम में संचालित दिव्यकरुणा चेरिटेबल ट्रस्ट के आश्रम में रह रही थी। आश्रम संचालकों ने उसका इलाज किया तो मनोदशा में सुधार आया। करीब चार-पांच माह पूर्व उसने पति, बच्चों के नाम के साथ-साथ गांव का पता बताया तो संचालकों ने प्रयास शुरू किए। एड्रेस वेरिफाइ करने के बाद चौटाला पुलिस की मदद से शुक्रवार को उसके स्वजनों को सौंप दिया। आश्रम संचालकों ने बताया कि उषा वर्ष 2015 में मिली थी। वह एक बार गलत जानकारी दे चुकी थी। पुलिस चौकी चौटाला के प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि उषा देवी वर्ष 2015 से केरल के आश्रम में ठहरी हुई थी। दो लोग आज उसे छोड़ने पहुंचे थे। पति तथा अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में उषा देवी को स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया। उषा देवी के मिसिंग होने के बारे में हमारे पास कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं।