कांग्रेस में कलह ! कालाढूंगी से इस बार भी महेश शर्मा के हाथ से फिसला टिकट, शर्मा की मांग – पार्टी करे पुनर्विचार, नहीं, तो निर्दलीय दम दिखाने को मैं तैयार
कालाढूंगी: उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : कालाढूंगी से कांग्रेस प्रदेश महासचिव महेश शर्मा के हाथ से टिकट इस बार भी फिसल गया , सोमवार देर रात जारी कांग्रेस की दूसरी सूची से महेश शर्मा का नाम नदारद देख शर्मा के समर्थकों में खासी नाराजगी और गुस्सा देखा जा रहा है। महेश शर्मा के समर्थकों ने आरोप लगाया कि पार्टी ने जमीनी पकड़ रखने वाले उनके नेता महेश शर्मा के साथ तीसरी बार दगाबाजी की है। टिकट कटने से मायूस महेश भी समर्थकों के बीच पहुँचते ही भावुक हो गए, टिकट न देने के पार्टी के फैसले से वो भी खासे खफा नज़र आए। हालांकि, क्या बतौर निर्दलीय उम्मीदवार वो चुनाव मैदान में उतरेंगे, इसपर फिलहाल उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। खबर है कि पहले वो पार्टी से प्रत्याशी पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं, अगर कांग्रेस का फैसला फिर भी उनके हक में नहीं आया तो उनका इस बार भी रण में आज़ाद उम्मीदवार उतरना तय माना जा रहा है।
यह पहली बार नहीं जब पार्टी ने टिकट के मामले में शर्मा पर सितम ढाया हो, इससे पहले भी 2012 और 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने मजबूत दावेदार होने के बावजूद महेश शर्मा की टिकट की दावेदारी को दरकिनार किया था। पार्टी की इसी पॉलिसी नें उन्हें बगावत कर दोनों बार निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतरने पर मजबूर किया था। मुकाबला भले ही वो हारे लेकिन पार्टी को अपनी ताकत का अहसास कराने में वे कामयाब जरूर रहे। गिले-शिकवे भुलाकर 2022 में टिकट के भरोसे के साथ चुनाव बाद शर्मा की पार्टी में रिएंट्री हुई । शर्मा को उम्मीद थी कि पार्टी अपना वादा पूरा करेगी लेकिन जब सोमवार रात लिस्ट जारी हुई तो उम्मीदवारो की फेहरिस्त में उनकी जगह पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल का नाम था। पार्टी की बार बार की बेवफाई से नाराज़ महेश शर्मा को अब भी उम्मीद है कि पार्टी अपना निर्णय बदलेगी, यही वजह है कि शर्मा अपना अगला कदम बढ़ाने से पहले 1-2 दिन का इंतज़ार करना मुनासिब समझ रहे हैं। अब क्या कांग्रेस अपने कदम पीछे खींचेगी या शर्मा कदम आगे बढ़ाएंगे, स्तिथि 1-2 दिन में साफ हो जाएगी ।