आकर्षण का केंद्र बना बैलपड़ाव कलाकृति देख मनमुग्ध हो जाते है पर्यटक व राहगीर ।
कालाढूंगी।आकर्षण का केंद्र बना बैलपड़ाव कलाकृति देख मनमुग्ध हो जाते है पर्यटक व राहगीर ।आज कल नैनीताल जिले के कालाढूंगी विधानसभा के बैलपड़ाव में रवी कम्बोज द्वारा हरियाणा से इंजियरिंग का कोर्स कर के स्वरोजगार अपनाने का फैसला लेकर उत्तराखण्ड में अपने आप में अनोखा कहे जाने वाला सर्व प्रथम रेता बजरी सिमंट से युक्त वाटर टैंक के रूप में चिड़िया, बॉल,बाज,हवाई जहाज, मोर अनेक प्रकार के आकर्षण घरों की छत पर रखने वाले दिजाइनिग वाटर टैंक बनाए जा रहे है। ये टैंक आज कल क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बने हुए है इनको देख कर हर किसी के कदम रुक जाते है।जब हमारे द्वारा रवी से इस बारे में मालूम किया गया तो उन्होंने बताया ये टैंक आकर्षण के साथ मजबूत व टिकाऊ भी होते है।वही बाजार में मिलने वाले पिलास्टिक के टैंक में जो गर्मी के मौसम में पानी गर्म की समस्या रहती है वही इस टैंक में पानी ठंडा रहता है वही आज उत्तराखंड में सबसे बडी समस्या बंदरों की है बंदर आम टंकी के ढकन को खोल कर पानी खराब कर देते है हमारे द्वारा बनाई गई टंकियों के ढकन भी सिमट रेत के वजन दार होते है जिनको बंदरों द्वारा खोला नही जा सकता।इनकी कीमत पच्चीस सौ रूपए से लेकर 30 हजार तक है।वही इनको बनाने वाले बिहार निवासी कारीगर उमेश शाह ने बताया हमारे द्वारा हर मॉडल का अलग अलग फार्मा बनाया गया है इनको बनाने में जी,आई की जाली सिमट,रेता का उपयोग किया जाता है।ओर ये आकर्षण के साथ मजबूत भी होती है।

