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उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का उत्तराखंड के गांवों की ग्रामीण आबादी के लिए कल्याण और आजीविका सहायता कार्यक्रम

By on April 15, 2023 0 205 Views

हल्द्वानी: उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अपनी सीएसआर इम्पलीमेंट करने वाली संस्था शाखा ‘उत्कर्ष वेलफेयर फाउंडेशन’ के माध्यम से उत्तराखंड राज्य में कई गतिविधियों की शुरुआत की है।

उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के एमडी और सीईओ श्री गोविंद सिंह ने ‘गवर्नमेंट’ इंटर कॉलेज, खुमार’ और ‘गवर्नमेंट इंटर कॉलेज,हिनौला [झिमार]’ में दो स्मार्ट क्लास का आज उद्घाटन किया। अल्मोड़ा जिले में अब कुल पांच [5] ऐसी स्मार्ट कक्षाएं चल रही हैं। इसके अलावा उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवयाल को हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट का भी उद्घाटन किया। उन्होंने आजीविका मिशन सपोर्ट एक्टिविटी की निगरानी के लिए तुकनौली गांव का दौरा भी किया।
इस डवलपमेंट पर बोलते हुए, श्री गोविंद सिंह ने कहा, “यह मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि हमारी इम्पलीमेंट करने वाली एजेंसी, उत्कर्ष वेलफेयर फाउंडेशन के माध्यम से वंचित समुदायों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जा रहा है। सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने में हमें सरकार और अधिकारियों से महत्वपूर्ण सहयोग मिला है। स्वास्थ्य, आजीविका और शिक्षा बुनियादी जरूरत है और हम इन पहलों को पूरी कम्युनिटी में फैलाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
परिप्रेक्ष्य
29 अक्टूबर, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका के क्षेत्र में उत्कर्ष स्मॉल बैंक द्वारा शुरू की गई कई सीएसआर एक्टिविटी की शुरुआत की थी।
उत्तराखंड के पालन निवारण आयोग के वाइस चेयरमैन डॉ. एस एस नेगी [ रिटायर्ड आईएफएस और भारत सरकार के पूर्व डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेस्ट] ने स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका गतिविधियों और उनके भौगोलिक चयन की अवधारणा में सहायता की थी। इन कार्यक्रमों की शुरुआत के बाद से, आयोग सक्रिय रूप से भाग ले रहा है और टीम का मार्गदर्शन कर रहा है।
उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने भी बैंक को लास्ट माइल तक पहुंचने और लोगों के लिए आसान फाइनेंस ऑप्शन के माध्यम से आय सृजन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए निर्देशित किया था, जो रेगुलर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट द्वारा पूरा नहीं किया जाता है।
अंतिम मील के पत्थर तक पहुंचने के संबंध में, उत्तराखंड सरकार के मार्गदर्शन में, बैंक पीएम
स्वनिधि लोन, जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप लोन, माइक्रो बैंकिंग बिजनेस लोन आदि जैसी कल्याणकारी योजनाओं को सक्रिय रूप से लागू कर रहा है।

उत्तराखंड में स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका सहायता कार्यक्रमों का विवरण
स्वास्थ्य मित्र एक्टिविटी
स्वास्थ्य मित्र ट्रेंड पैरा हेल्थ वर्कर हैं, जिन्हें रोटेशन के आधार पर 5 गांव सौंपे जाते हैं। स्वास्थ्य मित्र अपने निर्दिष्ट गांवों में घरों का दौरा करते हैं, और अंतिम मील के नागरिक को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं और मेडिकल टेस्ट [बीपी, शुगर टेस्ट आदि] की सुविधा प्रदान करते हैं। जिन व्यक्तियों को आगे मेडिकल असिस्टेंस की आवश्यकता होती है, उन्हें पास की फैसिलिटी के लिए भेजा जाता है या ई-क्लिनिक के माध्यम से परामर्श प्रदान किया जाता है।
कवर किए जा रहे परिवारों की संख्या: 1025 [15 गांव]
अब तक की गई कुल विजिट/लाभार्थियों की कुल संख्या: 8733

एग्री सपोर्ट इनीशिएटिव

यह कार्यक्रम परिवारों को बीज, खेती की टेक्निक और संभावित बाजार की पहचान आदि के माध्यम से सपोर्ट करता है। चयनित भौगोलिक क्षेत्रों में प्याज, मूली, मटर, हल्दी, जिमीकंद और धनिया की खेती शुरू हो गई है। कवर किए जा रहे गांवों की संख्या: 15
आज तक कवर किए गए परिवार: 1163
एजुकेशन सपोर्ट इनिशिएटिव
संचालित स्मार्ट क्लास की संख्या: 5
लाभान्वित होने वाले छात्रों की अनुमानित संख्या: 720 [464 लड़के और 256 लड़कियां]
ई-क्लिनिक
आज की तारीख में पांच [5] ई-क्लीनिक उत्तराखंड में पूरी तरह से काम कर रहे हैं।

फाइनेंशियल लिटरेसी कैंप
पिछले छह [6] महीनों में आयोजित शिविरों की संख्या: 959
लाभार्थियों की संख्या: 15472
हेल्थ कैम्प
पिछले छह [6] महीनों में आयोजित शिविरों की संख्या: 14
लाभार्थियों की संख्या: 2664

अन्य आजीविका सहायता कार्यक्रम
ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण और बेसिक किट, लाभार्थियों की संख्या: 10