जानकारी के मुताबिक निर्वाचन आयोग की टीम ने आबकारी विभाग को भी इसकी सूचना दे दी थी। लेकिन आबकारी विभाग की टीम करीब आठ घंटे बाद मौके पर पहुंची। आबकारी विभाग के देरी से पहुंचने से स्थानीय लोगों ने विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया।
जानकारी के मुताबिक आबकारी विभाग के टीम के साथ जब एफएसटी टीम फैक्ट्री में चेकिंग के लिए पहुंची तो वह से करीब 9331 पेटी शराब पाई गई। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर ये शराब रखी हुई है, वो शराब फैक्ट्री है, लेकिन वो बंद हो गई है। हालांकि जब जांच टीम ने फैक्ट्री के कर्मचारियों से स्टॉक रजिस्टर मांगा तो नहीं दिखा पाए जिस कारण अभी तक किसी गड़बड़ी का पता नहीं चल पाया है।
मामले को लेकर एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर सीओ पौड़ी अनुज कुमार ने फैक्ट्री को सील कर दिया है। एफएसटी टीम से सेक्टर मजिस्ट्रेट वीरेंद्र सिंह सजवाण ने बताया कि प्राप्त शराब की सूची निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है। लेकिन मौके पर स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध नहीं हो पाया। जिस वजह से प्राप्त सूचना के अनुसार गड़बड़ी का पता नहीं चल पाया है।