
87 हजार रुपये किलो बिक रहा है गधी के दूध का पनीर, लेने वालों की भीड़, जानिए खासियत…
न्यूज़ डेस्क: आप और हम सभी की सेहत के लिए दूध सबसे अहम चीज है। सुबह के नाश्ते की बात हो या फिर रात में खाने की दूध की हमेशा जरूरत पड़ती है। दूध की अहमियत को देखते हुए 2001 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने एक जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाने का ऐलान किया था। तब से लेकर आज तक हर साल अलग-अलग थीम पर ये दिवस मनाया जाता है। आइए आपको बताते हैं दुनिया के सबसे महंगे दूध प्रोडक्ट के बारे में 87 हजार एक किलो पनीर का दाम आज हम आपको दुनिया की सबसे महंगी पनीर के बारे में बताने जा रहे हैं। आमतौर पर भारत में पनीर 300 से 500 रुपये किलो के बीच मिल जाती है, जो गाय या भैंस के दूध से बनाई जाती है, लेकिन गधी के दूध से बनी पनीर की कीमत जानकर आप हैरान रह जाएंगे। मौजूदा वक्त में ये 1100 डॉलर प्रति किलो बिक रही है। भारत के हिसाब से ये कीमत 87 हजार रुपये से भी ज्यादा होगी।
तेजी से बढ़ रही कीमत…
कीमत दाम सुनकर लग रहा होगा कि इतनी महंगी पनीर कोई नहीं खाता होगा, लेकिन इसको खरीदने वालों की लाइन लगी रहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्बिया में जसाविका स्पेशल नेचर रिजर्व स्थित है। वहां पर गधी के दूध से पनीर बनाया जाता है। जिसकी कीमत 880GBP यानी 1130 डॉलर है। अभी भी इस पनीर की कीमत मार्केट में लगातार बढ़ती जा रही है।
वैसे गधी के दूध से पनीर बनाना आसान नहीं है क्योंकि इसमें जमावट के लिए पर्याप्त कैसिइन नहीं होता है। हालांकि उत्तरी साइबेरिया के कुछ लोगों के पास इसका गुप्त नुस्का है, जो पुरानी तकनीकी का इस्तेमाल का दूध को गाढ़ा करते हैं, फिर उससे पनीर बनाते हैं। 1 किलो पनीर बनाने के लिए करीब 25 लीटर दूध की जरूरत पड़ती है, जिस वजह से ये ज्यादा महंगा है।
क्या है इस पनीर की खासियत?
सर्बिया के पनीर उत्पादकों के मुताबिक गधी और मां के दूध में एक जैसे गुण होते हैं। इसमें कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। अगर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के रोगी इसका इस्तेमाल करें, तो उन्हें काफी फायदा होता है। वहीं जिन लोगों को गाय के दूध से एलर्जी होती है, वो गधी का दूध या पनीर इस्तेमाल करते हैं। फॉर्म के मुताबिक उत्पादन कम होने से इसकी कीमतें इतनी ज्यादा हैं। 2012 में सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच के द्वारा इस पनीर के इस्तेमाल की खबर आई थी। जिसके बाद से इस पनीर की चर्चा दुनियाभर में होने लगी। हालांकि जोकोविच ने इन खबरों का खंडन किया था।