
मदिरा पर मुआवजा : ऑफिस टाइम में थी वो टल्ली, दफ्तर में दारू से गई नौकरी- सुरा पर सज़ा में कोर्ट का दखल, कंपनी से लगी लाखों की लॉटरी
न्यूज़ डेस्क : हर कंपनी के अपने कायदे कानून अपने नियम और एम्प्लाई से काम कराने की पॉलिसी होते हैं। जिसे कर्मचारियों को भी सख्ती से पालन करना होता है और उसी के अनुरूप ढलकर काम करना होता है । लेकिन अगर कोई कर्मचारी आणि कंपनी के नियन-कानून को तोड़ता है या उसके अनुसार नहीं चलता तो उसके खिलाफ कंपनी की तरफ से कार्रवाई भी की जा सकती है। और कुछ ऐसा ही हुआ है स्कॉटलैंड में, जहां एक कर्मचारी को कंपनी का नियम-कानून तोड़ना काफी महंगा पड़ गया। कंपनी ने कर्मचारी को तत्काल से प्रभाव से निकाल दिया। लेकिन, बाद में कंपनी को चार लाख का भुगतान भी करना पड़ा। लेकिन अप सोच रहे होंगे की पहले तो कंपनी ने कर्मचारी को नियमो का पालन न करने के चलते बाहर किया फिर पैसे भी दिये तो ये कैसे संभव है? आइये बताते हैं आपको की आखिर ये सब कैसे हुआ । पूरी घटना एडिनबर्ग की है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि यहां एक महिला कर्मचारी , जिसका नाम मालगोर्जाता क्रोलिक (Malgorzata Krolik) है जिसे उसकी कंपनी ने इसलिए निकाल दिया था, क्योंकि वह शराब पीकर दफ्तर पहुंची थी। कंपनी नियम के मुताबिक, दफ्तर में आने से 9 घंटे पहले तक कर्मचारी शराब नहीं पी सकते हैं। लेकिन, उसने इस नियम तो ताक पर रख दिया और शराब पीकर ऑफिस पहुंच गई। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की शिफ्ट दो बजे से शुरू होने वाली थी। लेकिन, उसने सुबह पांच बजे ही शराब पी ली थी। जब वह ऑफिस पहुंची तो मुंह से गंध आ रही थी। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने शराब पीने की बात स्वीकार कर ली। नियमों के मुताबिक उस महिला को तुरंत ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया। उसके बाद महिला ने इस मामले को लेकर कोर्ट मे दस्तक दी। पूरा मामला लेकर महिला कोर्ट मे पहुंची वहाँ महिला 11 साल से कंपनी में काम कर रही थी। कंपनी से निकाले जाने के बाद उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कानून कार्रवाई में महिला की जीत हुई। कोर्ट ने उसके हक में फैसला सुनाया और कंपनी को पांच हजार यूरो यानी तकरीबन चार लाख 33 हजार रुपए भुगतान करने के आदेश दिए। कंपनी को मजबूरन महिला को ये रकम देनी पड़ी। फिलहाल ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ।